एस जयशंकर ने कहा, “राम मंदिर अब तक का सबसे बड़ा मुद्दा रहा है”. एस जयशंकर ने कहा, “हम अपने घोषणापत्र को गंभीरता से लेते हैं. मुझे खुशी है कि आपने अनुच्छेद 370 और राम मंदिर का मुद्दा उठाया. हमारे वादे असली हैं”.
नई दिल्ली:
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आगामी लोकसभा चुनावों (Lok Sabha Elections 2024) से लेकर बीजेपी के मेनिफेस्टो और दक्षिण भारत में पार्टी की स्थिति आदि कई मुद्दों पर बात की. उन्होंने बात करते हुए कहा, “कांग्रेस को डर है कि हम 400 से अधिक सीटें ले आएंगे लेकिन अगर ऐसा हुआ तो हम इसका इस्तेमाल संकल्प यात्रा और देश के विकास के लिए करेंगे. देश का प्रधानमंत्री चाहे किसी भी पार्टी का हो, वो देश का नेता है. आप उन्हें कैसे अपमानित कर सकते हैं? हम संविधान पर भरोसा करते हैं.”
उन्होंने कहा, “अब देश बड़ी चुनौतियों से सुरक्षित है. मोदी सरकार में मेरे पास ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिनके पास दम है. अगर हमें रूस से तेल नहीं मिलता तो आज आप सभी को इंधन के लिए अधिक भुगतान करना पड़ता. हम किसी भी तरह से अन्य देशों के साथ अच्छे संबंध बनाते हैं. हमें इसी तरह कई सारे सही फैसले लेने चाहिए और इसलिए आपको पीएम मोदी को वोट देना चाहिए.”
उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि हर मामले में छात्रों के साथ जो दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं घटी हैं, वह दुखद है. वे सभी असंबद्ध हैं. कुछ की हत्या कर दी गई, कुछ को लूट लिया गया और यह चिंता का विषय है. जब नए छात्र आते हैं तो दूतावासों को उनसे बात करनी चाहिए. 11 से 12 लाख छात्र विदेश में हैं. ऐसे में छात्र कल्याण हमारे लिए महत्वपूर्ण है और हम इस पर काम कर रहे हैं”.
दक्षिण भारत में क्या है बीजेपी की संभावनाएं
इस बारे में बात करते हुए एस जयशंकर ने कहा, हम आशावादी हैं. पीएम मोदी को जो प्रतिक्रिया मिली है, खासकर तमिलनाडु या केरल में. हमारे पास डिलीवरी का 10 साल का ठोस रिकॉर्ड है. मुझे लगता है कि इन राज्यों के लोग इन 10 वर्षों में जो कुछ भी हुआ है उसका हिस्सा रहे हैं. हमें उम्मीद है कि यह पीएम मोदी को मजबूत करने के लिए समर्थन में तब्दील होगा.
राम मंदिर और अनुच्छेद 370 पर भी की बात
उन्होंने कहा, “राम मंदिर अब तक का सबसे बड़ा मुद्दा रहा है”. एस जयशंकर ने कहा, “हम अपने घोषणापत्र को गंभीरता से लेते हैं. मुझे खुशी है कि आपने अनुच्छेद 370 और राम मंदिर का मुद्दा उठाया. हमारे वादे असली हैं”.
हम सभी वही करते हैं जो पार्टी सोचती है कि हम करने के लिए सबसे उपयुक्त हैं. पार्टी को लगता है कि मैं विभिन्न जगहों पर अपनी बात रखने में अच्छा हूं. अगर मुझे लोकसभा चुनाव लड़ना होता तो शायद मैं ऐसा नहीं कर पाता. हमारे पास उत्कृष्ट उम्मीदवार हैं जो हमसे भी बेहतर हैं.