Bihar Politics Live Update: बिहार सरकार की अंदरूनी खींचतान की एक झलक गणतंत्र दिवस के मौके पर पटना में आयोजित कार्यक्रम के दौरान भी दिखी. इस कार्यक्रम के दौरान सीएम नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव एक दूसरे दूरी बनाते दिखे.
बिहार में एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ जाने की चर्चा तेज हो गई है. खबर है कि नीतीश कुमार रविवार को नई सरकार बना सकते हैं. वो पाला बदलकर बीजेपी के साथ फिर से सरकार में शामिल हो सकते हैं. उन्होंने आगामी तीन-चार दिनों के सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं. इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर से मुलाकात करने राजभवन पहुंचे हैं.
मैंने पहले ही कहा था- मांझी
इधर हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि मैंने कुछ दिन पहले ही कहा था कि 25 जनवरी के बाद बिहार में कुछ बड़ा होने वाला है. मेरी वो बात नीतीश कुमार के उन बयानों पर आधारित थी, जिसके तहत उन्होंने आरजेडी पर हमला बोला था. उसी के आधार पर मैंने ये दावा किया था. नीतीश कुमार का पीएम बनने का सपना टूट गया है. इसलिए गठबंधन तोड़कर वो स्वतंत्र रूप से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं या दूसरे गठबंधन में शामिल हो सकते हैं.
स्थिति पूरी स्पष्ट होने के बाद तय करेंगे रुख- चिराग
LJP(रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा है कि मौजूदा परिस्थिति में भी बिहार में NDA इतना मजबूत है कि हम 40 की 40 सीटें जीत सकते हैं. मुझे नहीं पता कि नीतीश कुमार NDA का हिस्सा बनते हैं या INDIA गठबंधन में ही रहते हैं. एक बार स्थिति पूरी स्पष्ट हो जाए, उसके बाद ही LJP(रामविलास) अपना रुख तय करेगी.
आरजेडी ने नई सरकार की संभावनाओं से किया इनकार
बिहार की वर्तमान राजनीतिक स्थिति और INDIA गठबंधन पर राजद सांसद मनोज कुमार झा ने कहा कि 9 अगस्त 2022 को जब ये गठबंधन बना तब इसकी बुनियाद की ईंट लालू यादव, नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने रखी थी. इस ईंट की तासीर थी कि हमें भाजपा की भय, भूख और घृणा वाली राजनीति को विराम देना है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी टेलीविज़न देख रहे होंगे. मुझे यकीन है कि वे शाम तक इसका खंडन कर देंगे.
बिहार की वर्तमान राजनीतिक स्थिति और INDIA गठबंधन पर राजद सांसद मनोज कुमार झा ने कहा कि 9 अगस्त 2022 को जब ये गठबंधन बना तब इसकी बुनियाद की ईंट लालू यादव, नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने रखी थी. इस ईंट की तासीर थी कि हमें भाजपा की भय, भूख और घृणा वाली राजनीति को विराम देना है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी टेलीविज़न देख रहे होंगे. मुझे यकीन है कि वे शाम तक इसका खंडन कर देंगे.