अमरावती के केमिस्ट की हत्या के मामले में पुलिस ने भी मान लिया है कि नूपुर शर्मा के समर्थन में लिखी गई पोस्ट की वजह से ही हत्या हुई। इस हत्याकांड की पूरी कहानी भी पुलिस ने बताई।

महाराष्ट्र के अमरावती में सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर एक केमिस्टी की हत्या कर दी गई थी। उन्होंने भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट साझा की थी। 21 जून को कुछ लोगों ने मिलकर उमेश कोल्हे की हत्या कर दी। इस मामले में पुलिस ने सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हत्या के मास्टरमाइंड को पिछले ही सप्ताह गिरफ्तार कर लिया गया था।

इस मामले में मुख्य आरोपी 32 साल का इरफान खान है। इसके अलावा आरोपियों में मुदस्सर अहमद उर्फ सोनी रजाशेख इब्राहिम, शाहरुख पठान उर्फ हिदायत खान, अब्दुल तौफीक उर्फ नानू शेख तस्लीम, शोएब खान उर्फ भूर्या साबिर खान, आतिब राशिद आदिल राशिद और युसुफ खान बहादुर खान के नाम शामिल हैं। खास बात है कि इन सभी आरोपियों की उम्र 20 से 25 साल के बीच है। युसुफ खान 44 साल का है और इरफान खान 32 साल का।

पुलिस ने भी इस बात को स्वीकार कर लिया है कि कोल्हे की हत्या नूपुर शर्मा के समर्थन में लिखी गई सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर ही की गई। पुलिस ने कहा कि पहले यह बात सार्वजनिक रूप से इसलिए नहीं कही गई थी क्योंकि मामला संवदेनशील था और तनाव फैलने का डर था।

सात आरोपियों ने कैसे दिया कत्ल को अंजाम
आइए जानते हैं कि आखिर इन आरोपियों ने मिलकर कैसे उमेश कोल्हे की हत्या की साजिश रची और फिर अपराध को अंजाम दिया। उमेश कोल्हे ने ‘ब्लैक फ्रीडम’ नाम के वॉट्सऐप ग्रुप में नूपुर शर्मा के समर्थन वाला पोस्ट किया। युसुफ खान ने इसका स्क्रीनशॉट ले लिया और दूसरे ग्रुप में इसे प्रसारित करना शुरू कर दिया। उसने ‘रहबरिया’ नाम के ग्रुप में भी यह स्क्रीनशॉट भेजा।

एक दिन फेल हो गया हत्या का प्लान
इसके बाद युसुफ खान समेत सात लोगों ने उमेश कोल्हे से बदला लेने का प्लान बनाया। 19 जून को आतिब, शोएब और इरफान शेख के बीच मीटिंग हुई। आरोपियों ने फैसला किया कि वे अगले दिन कोल्हे की हत्या कर देंगे।  शोएब को एक धारदार चाकू खरीदने का काम दिया गया था। उसने अपने एक दोस्त से 300 रुपये में चाकू खरीदा। 20 जून को ही उमेश कोल्हे की हत्या का प्लान बनाया गया था लेकिन उस दिन वह दूसरे रास्ते से घर लौटे इसलिए आरोपियों का प्लान कामयाब नहीं हो पाया।

21 जून को ये सात में से तीन आरोपी उमेश कोल्हे के मेडिकल स्टोर के पास ही खड़े थे। वे कोल्हे के बारे में हर मिनट जानकारी ले रहे थे। वे बाकी आरोपियों को भी सारी जानकारी दे रहे थे। कोल्हे जब रास्ते में थे तभी बाइक पर सवार आरोपियों ने उन्हें घेर लिया और चाकू से गोदना शुरू कर दिया। जिस बाइक पर सवार होकर आरोपी आए थे वह जंगल से बरामद की गई। हत्या के बाद इरफान शेख नागपुर चला गया। पुलिस ने उसे नागपुर से ही गिरफ्तार कर लिया।

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