यूपी विधानसभा चुनाव 2022 और उसके बाद आजमगढ़-रामपुर लोकसभा उपचुनाव में हार की कई दिनों तक समीक्षा करने के बाद अखिलेश यादव ने प्रदेश अध्यक्ष को छोड़ समाजवादी पार्टी की सभी इकाइयां भंग कर दी हैं।
यूपी विधानसभा चुनाव-2022, रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी की हार के बाद आज अखिलेश यादव ने बड़ा ऐक्शन लिया है। अखिलेश ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को छोड़कर सभी इकाइयों को भंग कर दिया है।
इसमें सभी युवा संगठन, महिला सभा और अन्य सभी प्रकोष्ठों के राष्ट्रीय अध्यक्ष, प्रदेश अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष सहित राष्ट्रीय, राज्य और जिला कार्यकारिणी शामिल हैं। समाजवादी पार्टी के अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर इसकी जानकारी दी गई है।
कई दिनों से चल रही थी समीक्षा
बताया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी में पिछले कई दिनों से हार के कारणों की समीक्षा चल रही थी। इस दौरान अखिलेश यादव ने निचले स्तर तक के कार्यकर्ताओं से संगठन के बारे में फीडबैक लिया। उन्होंने नेताओं-कार्यकर्ताओं से सीधे संवाद किया। कई दिनों की समीक्षा के बाद यह तय किया गया कि अखिलेश हर स्तर पर नई टीम खड़ी करेंगे। मिशन 2024 के लिए तैयार हो रही समाजवादी पार्टी को नई मजबूती देने के लिए अखिलेश जल्द ही आंतरिक अभियान छेड़ेंगे।
हार के बाद पहली बार लिया बड़ा ऐक्शन
अखिलेश यादव ने इस साल यूपी विधानसभा चुनाव में मिली हार और उसके बाद रामपुर और आजमगढ़ जैसे पार्टी के बड़े गढ़ों को लोकसभा उपचुनाव में गंवा देने के बाद पहली बार बड़ा ऐक्शन लिया है। बता दें कि अखिलेश ने यूपी विधानसभा चुनाव में सत्ता से दूर रह जाने के बाद भी 111 सीटों पर मिली जीत को उपलब्धि के रूप में पेश किया। उन्होंने सपा को मिले वोटों के आधार पर हार स्वीकार नहीं की। लेकिन आजमगढ़ और रामपुर में मिली करारी हार के बाद उनके इस बड़े ऐक्शन को सपा में आने वाले दिनों में बड़ी तैयारी शुरू होने के प्रतीक के तौर पर देखा जा रहा है। कहा जा रहा है कि अखिलेश अब पार्टी में हर स्तर पर जवाबदेही तय करने और टीम को नए सिरे से मजबूत बनाने में जुट गए हैं।
2024 को लेकर तैयारी में जुटे अखिलेश
पार्टी के रणनीतिकारों का कहना है कि अखिलेश यादव अभी से 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी में भी जुट गए हैं। वह पार्टी की इकाइयों को भंग करने के बाद नए सिरे से गठन की प्रक्रिया जल्द शुरू करेंगे। संगठनात्मक चुनाव भी कराए जा सकते हैं। बताया जा रहा है कि इससे पार्टी को निचले स्तर पर सक्रिय करने में मदद मिलेगी।