कुछ महीने पहले माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने वेरिफिकेशन प्रोग्राम को फिर से शुरू किया था. वेरिफिकेशन प्रोग्राम से यूजर्स के पास ब्लू टिक के लिए … अप्लाई करने का ऑप्शन रहता है ट्विटर नोबेटबल यूजर्स को ब्लू टिक देता है. लेकिन इसने कुछ फेक अकाउंट्स को भी गलती से वेरिफाईड कर दिया.
गलती का एहसास होने पर ट्विटर ने बताया कि वो कुछ अकाउंट्स गलती से वेरिफाईड हो गए थे.
इसका पता लगते ही उन अकाउंट्स को मैन्युपुलेशन और स्पैम पॉलिसी के अंदर हटा दिया गया है. ट्विटर ने मई में वेरिफिकेशन प्रोसेस को फिर से शुरू किया था.
वेरिफिकेशन प्रोसेस को लेकर ट्विटर ने बताया था कि ये ब्लू टिक उनको दिया जाता है जो ऑथेंटिक, नोटेबल और एक्टिव होते हैं.
ट्विटर ने गलती मानते हुए कहा कि वो कुछ फेक अकाउंट्स को भी वेरिफाईड कर दिया था.