बढ़ती महंगाई के इस दौर में आम इंसान के लिए घर का ख़र्च चलाना बहुत ही मुश्किल हो गया है, ऊपर से रसोई गैस के दाम भी दिन ब दिन आसमान छू रहे हैं। ऐसे में मिलावट और गैस की चोरी करने वाले लोगों की भी कमी नहीं, जिसकी वज़ह से ग्राहक को नुक़सान झेलना पड़ता है।
लेकिन आज हम आपको एक बहुत ही आसान तकनीक बताने जा रहे हैं, जिसका इस्तेमाल करके आप खाली और भरे हुए सिलेंडर का पता आसानी से लगा सकते हैं। ऐसे में अगर खाना बनाते समय सिलेंडर अचानक से ख़त्म हो जाए, तो आप इस तरीके को आजमा कर पता कर सकते हैं कि गैस ख़त्म हो गई या नहीं।
गीले कपड़े का करें इस्तेमाल
अगर चूल्हा जलते-जलते अचानक बंद हो जाए और आपको यह पता करना हो कि सिलेंडर ख़त्म हो गया है या नहीं, तो इसके लिए आपको एक कपड़े की ज़रूरत पड़ेगी। कपड़े के रूप में आप किसी छोटे या बड़े तौलिए का इस्तेमाल कर सकते हैं। अब उस कपड़े को पानी में अच्छी तरह से भिगो दें और फिर उससे सिलेंडर को अच्छी तरह से ढक दें। ऐसा करने से अगर सिलेंडर खाली होगा, तो वह कपड़े में मौजूद पानी को जल्दी सोख लेगा और कपड़ा सूख जाएगा।
लेकिन अगर सिलेंडर आधा या थोड़ा कम भरा होगा, तो वह हिस्सा कम पानी सोखेगा। ऐसे में अगर गीला कपड़ा डालने पर सिलेंडर पर रखे कपड़े का आधा सूखा है, तो यानी उतनी गैस ख़त्म हो चुकी है और आधा हिस्सा गीला है, तो यानी उतने हिस्से में गैस मौजूद है।
दरअसल गैस से भरा हुआ सिलेंडर हमेसा ठंडा रहता है, इसलिए वह गीले कपड़े के पानी को तेजी से नहीं सोख पाता है। वहीं दूसरी तरफ़ खाली हो चुका सिलेंडर गर्म होता है, इसलिए वह पानी जल्दी सोख लेता है। इसी तकनीक का इस्तेमाल करके आप सिलेंडर से गैस की चोरी हुई है या नहीं, इस बात का भी पता लगा सकते हैं। आमतौर पर सिलेंडर घर पर डिलीवर किया जाता है, ऐसे में रास्ते में उसमें से गैस निकला ली जाती है और बदले में पानी भर दिया जाता है।
सिलेंडर को कभी न हिलाए
कई लोगों का मानना है कि सिलेंडर को हिलाने से उसके खाली या भरे होने का अनुमान लगाया जा सकता है, लेकिन यह ट्रिक आपके लिए गलत भी साबित हो सकती है। इसलिए सिलेंडर को हिलाने के बजाय गीले तौलिए वाली ट्रिक को अपना कर गैस की मौजूदगी का पता करें।