छत्तीसगढ़ : छत्तीसगढ़ में शिशु संरक्षण माह का मंगलवार से शुभारंभ हुआ। राजधानी रायपुर समेत अन्य शहरों में लगभग 50 हजार आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने के लिए उनका वजन लेकर पोषण आहार उपलब्ध कराया जाएगा। इसके साथ ही पालकों को बच्चों की आयु के अनुरुप पोषण आहार की जानकारी दी जाएगी। अति कुपोषित बच्चों का चिन्हांकन कर उनके पोषण स्तर में सुधार लाने पोषण पुनर्वास केंद्रों में भर्ती कर उपचार किया जाएगा।
महिला एवं बाल विकास विभाग के नेतृत्व में शुरू हुआ शिशु संरक्षण माह एक माह से अधिक समय तक चलेगा। 24 अगस्त से लेकर 28 सितंबर तक चलने वाले शिशु संरक्षण माह के दौरान टीकाकरण केंद्रों और आंगनबाड़ियों में 9 माह से 5 वर्ष के लगभग 26 लाख 40 हजार बच्चों को विटामिन ‘ए‘ सिरप पिलाया जाएगा। इसके अलावा 28 लाख बच्चों को आयरन फोेलिक एसिड सिरप की खुराक दी जाएगी। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के सहयोग से प्रत्येक मंगलवार एवं शुक्रवार को टीकाकरण किया जाएगा। इसके अलावा टीकाकरण से छूटे हुए तथा नियमित टीकाकरण के बच्चों को प्रतिरक्षा के लिए बीसीजी, हेपेटाइटिस बी, डीपीटी, ओपीव्ही, मिजल्स-रूबेला और पेंटावेलेंट के टीके भी लगाए जाएंगे।
छत्तीसगढ़ में शिशु संरक्षण माह के तहत एएनएम और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा परिवार भ्रमण के दौरान गर्भवती माताओं एवं बच्चों को परामर्श भी दिया जाएगा। इस दौरान बच्चों के स्वास्थ्य सुधार के लिए स्वास्थ केन्द्रों और आंगनबाड़ियों में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास तथा शिक्षा विभाग के आपसी समन्वय से संपन्न होगा।