वेलफेयर बिल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर अंबिकापुर में कार्यालय खोलकर सरगुजा के निवेशकों को राशि डबल करने का झांसा देकर करीब 17 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी के मामले में पहली गिरफ्तारी पुलिस ने की है। पुलिस ने कंपनी के जोनल मैनेजर की झारखंड के रांची से गिरफ्तार किया है। चिटफंड कंपनी को RBI ने राशि जमा कराने के लिए कोई भी अनुमति नहीं दी गई थी। मामले की शिकायत पर चार माह पूर्व FIR दर्ज की गई थी। जानकारी के मुताबिक, सरगुजा में साल 2007 से 2016 तक कार्यरत रही चिटफंड कंपनी वेलफेयर बिल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड निवेशकों के करीब 17 करोड़ रुपये लेकर गायब हो गई। कंपनी ने एजेंटों के माध्यम से पांच सालों में राशि दोगुना करने का झांसा देकर रकम जमा कराई। निवेशकों को बॉन्ड भी बांटे गए थे। निवेशकों ने 8 साल बाद भी राशि वापस नहीं मिलने पर एजेंटों पर दबाव बनया तो एजेंटों ने इसकी शिकायत सरगुजा एसपी से की। 8 करोड़ की ठगी प्रमाणित
मामले में गांधीनगर पुलिस ने कंपनी के डायरेक्टर सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 34 एवं इनामी चिट एवं धन परिचालन स्कीम (पाबन्दी) अधिनियम 1978 की धारा 4, 5, 6 एवं छत्तीसगढ़ के निछेपको का हित का संरक्षण नियम 2005 की धारा 10 का जुर्म दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस जांच में इस ठगी की राशि 8 करोड़ रुपये साबित हुई है, हालांकि यह रकम और भी बढ़ सकती है। कंपनी के एजेंटों ने बताया कि इस चिटफंड कंपनी में कुल 17 करोड़ से अधिक का निवेश हुआ था। RBI से नहीं थी अनुमति
पुलिस ने मामले में RBI से भी पत्राचार किया। RBI ने बताया कि रिजर्व बैंक ने जानकारी दी कि वेलफेयर बिल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को किसी प्रकार के निवेश की अनुमति नहीं दी गई थी। कंपनी ने एजेंट बनाकर चेन सिस्टम से लोगों को राशि दोगुना करने का झांसा देकर पैसे जमा कराए। चिटफंड कंपनी ने छत्तीसगढ़ के अन्य शहरों एवं दूसरे राज्यों में भी निवेशकों को झांसा देकर ठगी की। मैनेजर गिरफ्तार, अन्य आरोपी फरार
सरगुजा ASP अमोलक सिंह ने बताया कि पुलिस ने कंपनी के जोनल मैनेजर विनीत कुमार पांडेय (52) को झारखंड के रांची से गिरफ्तार किया है। आरोपी ने घटना को अंजाम देने की बात स्वीकार की है। उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने इस मामले में अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए भी कार्रवाई शुरू कर दी है। चिटफंड कंपनी से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिसकर्मी बने मजदूर, ठेला चलाया:सूरजपुर में 17.28 लाख की ठगी, राजस्थान से चिटफंड कंपनी के 4 संचालक गिरफ्तार सूरजपुर जिले में चिटफंड कंपनी खोलकर कम समय में निवेश की गई रकम पर दो से तीन गुना रिटर्न देने का वादा कर 17 लाख 28 हजार रुपए की ठगी की गई। पुलिसकर्मियों ने राजस्थान में मजदूर बनकर रेकी की और ठेला भी चलाया। जिसके बाद चिटफंड कंपनी के डायरेक्टर समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पढ़ें पूरी खबर…
