छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव से पहले नेताओं के दल-बदल की शुरुआत हो गई है। खैरागढ़ में बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष गिरिराज किशोर दास वैष्णव ने बड़ी संख्या में अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस का दामन थाम लिया। जबकि कांग्रेस में भी टिकट बंटवारे में नाराजगी के चलते इस्तीफों का दौर शुरू हो गया है। खैरागढ़ से आए बीजेपी नेता और कार्यकर्ताओं को पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने नेताओं का कांग्रेस पार्टी में प्रवेश कराया है। सोमवार को खैरागढ़ विधायक यशोदा वर्मा के साथ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने गिरिराज किशोर दास को औपचारिक रूप से पार्टी में शामिल कराया। गिरिराज किशोर दास ने कांग्रेस में शामिल होने के बाद कहा कि उन्होंने जनता के हित में कांग्रेस का साथ चुना है। उन्होंने बीजेपी पर जनता की अनदेखी और विकास के मुद्दों पर विफल रहने का आरोप लगाया। खैरागढ़ में बीजेपी को हो सकता है नुकसान राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, गिरिराज किशोर दास का कांग्रेस में प्रवेश खैरागढ़ क्षेत्र में बीजेपी के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है। निकाय चुनाव में इस घटनाक्रम का सीधा असर देखने को मिल सकता है, क्योंकि गिरिराज दास का क्षेत्र में प्रभावशाली जनाधार है। कांग्रेस में इस्तीफों का दौर, नाराज नेताओं ने छोड़े पद टिकट के ऐलान का असर केवल बीजेपी में ही नहीं बल्कि कांग्रेस में भी दिखाई दे रहा है। प्रत्याशी चयन के फैसले से नाराज होकर गौरेल-पेंड्रा-मरवाही जिला उपाध्यक्ष शंकर पटेल ने पद से इस्तीफा देते हुए। टिकट बंटवारे पर नाराजगी जाहिर की है। इधर गौरेला नगर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अमोल पाठक ने इस्तीफा दे दिया है। अमोल गौरेला नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी कर रहे थे। लेकिन उनकी जगह अशोक शर्मा को प्रत्याशी घोषित किया गया है। जिसके बाद उन्होंने अपना इस्तीफा जीपीएम के जिला अध्यक्ष उत्तम वासुदेव को सौंपा है। इसी तरह इसी तरह पेंड्रा कांग्रेस कमेटी के ब्लॉक अध्यक्ष प्रशांत श्रीवास ने भी चुनाव चयन समिति के फैसले से नाराज होकर अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।

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