छत्तीसगढ़ के बालोद जिले की गुरूर नगर पंचायत में अध्यक्ष पद के लिए इस बार भाजपा और कांग्रेस ने सोशल इंजीनियरिंग का दाव खेला है। कांग्रेस और बीजेपी ने गुरूर नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए साहू के खिलाफ साहू उम्मीदवार को मैदान में उतारा है। भाजपा ने प्रदीप साहू को उम्मीदवार बनाया है तो वहीं कांग्रेस ने भी टिकेश्वर साहू को मैदान में उतारा है। दोनों दलों के उम्मीदवार साहू समाज से हैं, ऐसे में यहां का मुकाबला और भी ज्यादा दिलचस्प हो गया है। कांग्रेस उम्मीदवार की घोषणा के बाद सुबह विधायक कार्यालय में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने फूल माला और पटाखों के साथ टिकेश्वर साहू का जोरदार स्वागत किया। इस मौके पर टिकेश्वर साहू ने कहा कि वे गुरूर में जन्मे और पले-बढ़े हैं, इसलिए क्षेत्र की जनता के दुख-दर्द को अच्छी तरह समझते हैं। उन्होंने पार्टी के केंद्रीय व राज्य नेतृत्व के साथ-साथ विधायक संगीता सिन्हा और पूर्व विधायक भैयाराम सिन्हा का आभार व्यक्त किया। गुरूम में दोनों दलों के बीच कड़ी टक्कर की उम्मीद चुनावी मुकाबले में जहां टिकेश्वर साहू को स्थानीय होने का लाभ मिल सकता है, वहीं भाजपा प्रत्याशी प्रदीप साहू भी लंबे समय से गुरूर में निवास कर रहे हैं। दोनों दलों के बीच कड़ी टक्कर की उम्मीद है, जिससे चुनाव दिलचस्प हो गया है। गुरूर रहा है कांग्रेस का गढ़ आपको बता दें कि गुरूर नगर शुरू से ही कांग्रेस का गढ़ रहा है और यहां भाजपा में नेतृत्व क्षमता की कमी की वजह से यहां पर पार्षदों की संख्या ज्यादा होने के बाद भी अध्यक्ष नहीं बना पाए थे। वहीं पिछला कार्यकाल उतार चढ़ाव से भरा रहा, जिसके बाद से अब कांग्रेस कमर कस चुकी है। भाजपा में पार्टी स्तर पर कसावट की जरूरत है। वहीं विधायक संगीता सिन्हा का यह गृह नगर है, जिसे लेकर अब यह स्पष्ट कहा जा सकता है कि विधायक जोर आजमाइश कर सकते हैं। यहीं जन्मा समझता हूं यहां की समस्या प्रत्याशी घोषणा के बाद टिकेश्वर साहू ने बताया कि छोटे कार्यकर्ता को इतना बड़ा सम्मान कांग्रेस ने दिया है और इसके लिए मैं आभारी हूं। उन्होंने कहा कि यहां पर जन्म लेकर मैं शुरू से राजनीति में सक्रिय रहा और ये छोटा सा शहर है। मैं चाहता हूं यहां की छोटी-छोटी समस्या का निराकरण कर पाऊं और मुझे विश्वास है, यहां का हर व्यक्ति मेरे काका, भैया, भाई-बहन हैं, तो मुझे विश्वास है वो मुझे जरूर आगे बढ़ने में मदद करेंगे। आगे मैं उसी जनता के आशीर्वाद से जीतकर आऊंगा।