भरतपुर जिले के एक सरकारी स्कूल में राष्ट्रीय ध्वज के अपमान का मामला सामने आया है। जहां जमथान के शासकीय प्राथमिक शाला में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर फहराया गया तिरंगा 27 जनवरी की सुबह 10 बजे तक भी नहीं उतारा गया। अगले दिन सुबह तक नहीं उतरा ध्वज राष्ट्रीय ध्वज संहिता के मुताबिक, तिरंगे को सूर्यास्त के बाद फहराया नहीं जा सकता है और यदि रात में प्रदर्शित किया जाता है तो उसे पर्याप्त रूप से प्रकाशित किया जाना चाहिए। इस मामले में न केवल झंडे को रात भर फहराया गया, बल्कि अगले दिन सुबह तक भी उसे नहीं उतारा गया। राष्ट्रीय ध्वज संहिता का उल्लंघन स्थानीय नागरिकों ने इसे राष्ट्रीय ध्वज संहिता का उल्लंघन बताया है और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय प्रतीकों का सम्मान करना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है, और विशेष रूप से शैक्षणिक संस्थानों से यह अपेक्षा की जाती है कि वे इस संबंध में एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत करें।