छत्तीसगढ़ के धमतरी में एक अनूठी बारात देखने को मिली, जहां पांच दिव्यांग दूल्हों ने हेलमेट पहनकर अपनी बारात निकाली। इस खास पहल की शुरुआत जिले के एसपी ने की, जिन्होंने सभी दूल्हों को सुरक्षा के प्रतीक के रूप में हेलमेट पहनाए। बारात में एक अलग नजारा देखने को मिला, जहां पुलिसकर्मी और शहर के नागरिक भी हेलमेट पहनकर बराती बने। मोटरसाइकिल पर सवार बारातियों ने सड़कों पर यातायात नियमों का पालन करते हुए सुरक्षित यात्रा का संदेश दिया। बारात में बस्तरिया नृत्य की धुन पर लोगों ने जमकर ठुमके लगाए, जिससे माहौल और भी रंगीन हो गया। रास्ते भर लोगों ने दिव्यांग दूल्हों का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। मंडप पर पहुंचने पर दुल्हनों ने परंपरागत तरीके से आरती उतार कर और माला पहनाकर दूल्हों का स्वागत किया। इस अवसर को और भी यादगार बनाते हुए यातायात डीएसपी ने दूल्हों की ओर से दुल्हनों को हेलमेट भेंट किए। यह आयोजन न केवल एक शादी समारोह था, बल्कि सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता का एक अनूठा उदाहरण भी बन गया। दरसअल, शहर में रविवार को एक ट्रैफिक जागरूकता बारात निकली। घड़ी चौक पर एसपी आंजनेय वाष्णेय ने दूल्हों को हेलमेट पहनाकर, नव दाम्पत्य जीवन की शुभकामनाएं दीं और बारात को हरी झंडी दिखाई। बाराती बस्तरिया नृत्य करते हुए नजर आए, वहीं शहर के नागरिक भी ठुमके लगाते हुए उनका स्वागत करते रहे। बारात शहर में भ्रमण करती हुई आगे बढ़ी, जहां पुलिसकर्मी बाराती बनकर हेलमेट पहनकर मोटरसाइकिल पर लोगों को जागरूक करते हुए चल रहे थे। दिव्यांगों की बारात मंडप स्थल पहुंची और जैसे ही बारात वहां पहुंची, दुल्हनों के चेहरे खिल उठे। दुल्हनों ने अपने जीवनसाथी की आरती उतारी और माला पहनाकर उनका स्वागत किया। यहां यातायात विभाग के डीएसपी ने दुल्हनों को हेलमेट गिफ्ट दिए। कार्यक्रम में पांच जोड़ों की शादी हुई। शादी का पूरा कार्यक्रम आमातालाब रोड सरस्वती शिशु मंदिर हुआ। नवविवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देने के लिए विधायक ओंकार साहू, राइस मिल एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष योगेश अग्रवाल सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे। योगेश अग्रवाल ने एक दिव्यांग जोड़े का कन्यादान भी किया। एसपी ने वाहनों चालकों को किया जागरूक एसपी आंजनेय वाष्णेय ने बताया कि जनवरी माह में राज्यभर में सड़क सुरक्षा अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में धमतरी जिले में भी लगातार जन जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इस कार्यक्रम में पांच दिव्यांग जोड़ों का विवाह किया गया, और सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए सभी को हेलमेट प्रदान किए गए। एसपी ने बताया कि बाइक चलाते समय हेलमेट का बहुत जरूरी है, क्योंकि पिछले साल धमतरी में अधिकांश सड़क दुर्घटनाएं दोपहिया वाहनों से हुई थीं, जिनमें सिर की चोटों के कारण मृत्यु हुई। इसलिए हमेशा हेलमेट पहनकर ही दोपहिया वाहन चलाना चाहिए। अब तक तीन बार हुए दिव्यांगों के सामूहिक विवाह स्थानीय संस्था के लक्ष्मी सोनी, देवश्री जोशी, शशि त्यागी और रूबी कुर्रे ने बताया कि यह तीसरा साल है जब दिव्यांगों का सामूहिक विवाह कराया जा रहा है। अब तक तीन सामूहिक विवाह आयोजनों में कुल 20 दिव्यांग जोड़ों की शादी कराई जा चुकी है। इस साल विशेष रूप से ट्रैफिक जागरूकता रैली के साथ दिव्यांग दूल्हों की बारात निकाली गई, जिसे शहरभर में जगह-जगह शानदार स्वागत मिला।