रायपुर के कमल विहार इलाके में 4 दिन पहले मिली युवती की अर्धनग्न लाश के मामले में पुलिस अब तक आरोपियों तक नहीं पहुंच पाई है। जिसके विरोध में पूर्व विधायक विकास उपाध्याय के साथ मिलकर चक्काजाम कर दिया। पंडित रविशंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी गेट में के पास आमानाका की सड़क पर कोटा, कुकुरबेड़ा और मोहबा बाजार से महिलाएं सड़क पर पहुंच गई। और मामले में अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने के विरोध में सड़क पर बैठकर जमकर नारेबाजी की। हत्या कर झाड़ियों में फेंकी गई थी लाश मामला टिकरापारा थाना क्षेत्र का है। यहां कमल विहार सेक्टर-1 इलाके में 4 दिन पहले एक युवती की अर्धनग्न लाश मिली थी। स्थिति को देखते हुए दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका जताई गई थी। प्रथम दृष्टया पुलिस ने माना था कि युवती की हत्या कहीं और कर गुमराह करने की नीयत से उसे कमल विहार में फेंका गया है। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है लेकिन आरोपियों तक नहीं पहुंच पाई है। कोटा इलाके की रहने वाली थी युवती पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने बताया कि मृतक युवती कोटा इलाके में रहने वाली थी। जिसकी हत्या करने के बाद आरोपियों ने लाश को कमल विहार की झाड़ियों में फेंक दिया। युवती को इंसाफ दिलाने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर सरकार का विरोध किया गया। उपाध्याय ने कहा कि जिस तरह 16 दिसंबर 2012 को दिल्ली में दरिंदों ने निर्भया के साथ किस हद तक हैवानियत की थी। ठीक उसी तरह की दरिंदगी कर रायपुर की युवती की हत्या की गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आये दिन अपराध बढ़ते ही जा रहे हैं और बहन-बेटियाँ असुरक्षित हैं। गाड़ा समाज ने भी अंबेडकर चौक में किया प्रदर्शन हत्या के विरोध में रायपुर के गाड़ा समाज ने भी अंबेडकर चौक में प्रदर्शन किया। सामाजिक नेता अधिवक्ता भगवानू नायक ने कहा इस घटना में पुलिस प्रशासन गंभीरता दिखाए। आरोपियों को तत्काल गिरफ्तारी करे और फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से प्रकरण का निराकरण करते हुए 6 महीना के अंदर में आरोपियों सजा दी जानी चाहिए। पीड़ित परिवार को 20 लाख रुपए मुआवजा और परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए।

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