बिलासपुर में एलेन कोल वाशरी में हाईवा से कोयला अनलोड करते समय हाईड्रोलिक डाला 11 KV बिजली तार से टकरा गया, जिससे करंट की चपेट में आने से ड्राइवर की मौत हो गई। वहीं, उसका दोस्त ड्राइवर गंभीर रूप से झुलस गया, जिसे इलाज के लिए अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामला मस्तूरी थाना क्षेत्र का है। जानकारी के अनुसार सीपत क्षेत्र के ग्राम मढ़ई निवासी शेष नारायण साहू (24) ड्राइवर का काम करता था। वो ट्रांसपोर्टर का हाईवा चलता था, जिससे कोलवाशरी में कोयला परिवहन करता था। गुरुवार की रात वो खदान से कोयला लेकर मस्तूरी क्षेत्र के गतौरा स्थित एलेन कोल वाशरी में अनलोड करने पहुंचा। कोयला अनलोड करने के बाद डाला से एंगल लटका हुआ था, जिसे देखकर उसके गांव के दोस्त और ड्राइवर करन कुमार सोनझरा ने उसे रोका और बताया। जिसके बाद दोनों मिलकर उसे ठीक करने लगे। इस दौरान शेष नारायण हाईड्रोलिक को उठाया। 11 KV बिजली तार को छू गया हाईवा, करंट से झुलसे दोनों
इस दौरान हाईड्रोलिक ऊपर उठते ही 11 KV बिजली तार को छू गया हाईवा, जिससे हाईवा में करंट दौड़ने लगा। वहीं, शेषनारायण और करण कुमार भी करंट की चपेट में आकर बुरी तरह झुलस गए। इस घटना की जानकारी मिलते ही कोलवाशरी प्रबंधन ने उन्हें इलाज के लिए अपोलो अस्पताल पहुंचाया, जहां शेषनारायण को मृत बता दिया गया। वहीं, करण कुमार को गंभीर हालत में भर्ती कराया गया है। मामले को दबाने में जुटा रहा प्रबंधन
ड्राइवर की मौत होने की जानकारी अपोलो अस्पताल प्रबंधन ने सरकंडा थाने में दी। जिसके बाद शुक्रवार को सरकंडा पुलिस ने मृतक ड्राइवर के शव का पंचनामा और पोस्टमार्टम कराया। इस दौरान कोल वाशरी के मैनेजर ने मामले को दबाने के लिए ड्राइवर के परिजनों को पांच लाख रुपए देने की बात कही। लेकिन, बात में उसने मोबाइल बंद कर दिया। इससे आक्रोशित लोगों ने थाने जाने की धमकी दी। तब प्रबंधन ने थानेदार को कॉल कर ग्रामीणों के आने की सूचना दी। थानेदार ने ग्रामीणों को विरोध करने बजाए प्रबंधन से बात करने की सलाह दी। इसके बाद मृतक के परिजन 5 लाख रुपए मुआवजा लेकर शांत हो गए। टीआई ने अफसरों को नहीं दी जानकारी
कोल वाशरी प्रबंधन के साथ ही मस्तूरी पुलिस और थानेदार इस पूरे मामले को दबाने में लगे रहे। देर शाम जब पुलिस अफसरों को भनक लगी तो उन्होंने टीआई को फोन किया तब पूरी जानकारी दी। हालांकि, पुलिस जानकारी छिपाने की बात से इनकार करते रहे। कोलवाशरी में सुरक्षा पर सवाल इससे पहले भी कोटा क्षेत्र के कोल डिपो में इसी तरह का हादसा हुआ था, जिसमें ड्राइवर करंट की चपेट में आ गया था और उसकी मौत हो गई थी। एलेन कोलवाशरी में भी जो हादसा हुआ है, उसमें जिस जगह पर कोयला अनलोड हो रहा था। वहां ऊपर हाईटेंशन तार है। वहां कोयला अनलोड करते समय प्रबंधन को सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए था। लेकिन, प्रबंधन ने इसे नजरअंदाज कर दिया। ऐसे में कोलवाशरी प्रबंधन को सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए। लेकिन, इस हादसे के बाद कोलवाशरी में मजदूरों और ड्राइवर की सुरक्षा पर सवाल उठने लगा है।