बिलासपुर के गतौरा धान खरीदी केंद्र में बारदाना प्रभारी लवकुमार यादव और प्राधिकृत राजेंद्र राठौर का घूस लेते वीडियो वायरल हो गया। आरोप है कि दोनों अधिकारियों ने धान की क्वालिटी खराब बताते हुए रसीद काटने के लिए किसान हरप्रसाद सूर्यवंशी से 4000 रुपए की रिश्वत की मांग की थी। किसान ने दोनों अधिकारियों को रिश्वत देते हुए वीडियो बना लिया। मामले की शिकायत मिलने पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व मस्तूरी ने तहसीलदार से जांच कराई। जांच में धान खरीदी केंद्र के प्रभारी नरेंद्र वस्त्रकार ने वीडियो में दिख रहे दोनों व्यक्तियों की पहचान बारदाना प्रभारी लवकुमार यादव और प्राधिकृत राजेंद्र राठौर के रूप में की। तहसीलदार की जांच में शिकायत सही पाई गई। उपायुक्त सहकारिता मंजू पांडेय ने इस मामले में दोनों आरोपी अधिकारियों को नोटिस जारी किया है। उन्हें तीन दिन के भीतर उपस्थित होकर अपना स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। जांच रिपोर्ट के आधार पर दोनों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
जानकारी के अनुसार रिश्वतखोरी का यह मामला बिलासपुर के गतौरा धान खरीदी केंद्र का है। यहां धान खरीदी केंद्र के बारदाना प्रभारी लवकुमार यादव और प्राधिकृत अधिकारी राजेंद्र राठौर ने किसान हरप्रसाद सूर्यवंशी से धान की गुणवत्ता को खराब बताते हुए उनसे रसीद काटने के लिए 4000 रुपए की मांग की थी। इस पर किसान ने दोनों अधिकारियों को रिश्वत देते हुए खुद वीडियो बना लिया। इसके बाद उन्होंने इस मामले की शिकायत की। जांच में शिकायत सही पाई गई शिकायत के बाद, तहसीलदार मस्तूरी से जांच कराई गई। तहसीलदार मस्तूरी की जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि किसान हरप्रसाद सूर्यवंशी ने शिकायत की थी कि गतौरा धान मंड़ी में बारदाना प्रभारी लवकुमार यादव और प्राधिकृत अधिकारी राजेंद्र राठौर ने धान की गुणवत्ता को खराब बताते हुए उनसे रसीद काटने के लिए 4000 रुपए की मांग की थी। इसके बाद किसान ने पैसे देते हुए पूरे घटनाक्रम का वीडियो बना लिया। वीडियो की पुष्टि किसान द्वारा बनाए गए वीडियो में रिश्वत लेते हुए दोनों अधिकारियों की पहचान की गई। धान खरीदी केंद्र के प्रभारी नरेंद्र वस्त्रकार ने इस वीडियो की पुष्टि की और बताया कि वीडियो में दिखाई दे रहे व्यक्ति बारदाना प्रभारी लवकुमार यादव और प्राधिकृत अधिकारी राजेंद्र राठौर ही थे। उपायुक्त सहकारिता का नोटिस इस मामले में उपायुक्त सहकारिता मंजू पांडेय ने लवकुमार यादव और राजेंद्र राठौर को नोटिस जारी कर तीन दिन के भीतर अपना स्पष्टीकरण देने को कहा है। नोटिस में यह भी कहा गया है कि यदि इन अधिकारियों द्वारा संतोषजनक उत्तर नहीं दिया जाता, तो उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी।