सरगुजा में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी में बड़ी गड़बड़ी खाद्य अधिकारी के दल ने पकडी है। धान खरीदी केंद्र खड़गांव के भौतिक सत्यापन में 52 लाख 69 हजार रुपये कीमत का 5728 बोरा धान गायब मिला। मामले में धान खरीदी प्रभारी और केंद्र के ऑपरेटर को निलंबित कर दिय गया है। जानकारी के मुताबिक, मैनपाट ब्लॉक के धान खरीदी केंद्र खड़गांव का निरीक्षण जिला खाद्य अधिकारी चित्रकांत धु्रव के नेतृत्व में खाद्य, सहकारिता, सहकारी बैंक एवं वेयर हाउस की संयुक्त टीम ने किया। समिति के स्टॉक रजिस्टर और उपलब्ध धान व वारदाने के स्टॉक की की टीम ने जांच की। लाखों का धान व वारदाना मिला गायब
जांच में स्पष्ट हुआ कि समिति में कुल 70611.15 क्विंटल धान की खरीदी की गई है। इसमें से 40320 क्विंटल धान राइस मिलर्स को एवं 5870.15 क्विंटल धान संग्रहण केंद्र को जारी किया गया है। समिति में 24421.45 क्विंटल धान का स्टॉक होना था। धान के उपलब्ध स्टॉक की जांच की गई तो समिति से 5728 बोरा धान कम मिला। 2201 क्विंटल धान का कोई रिकार्ड समिति प्रबंधक एवं कंप्यूटर ऑपरेटर नहीं दे सके। समिति की जांच में 20 हजार पुराने मिलर वारदानें कम मिले। गायब धान की कीमत 2350 रुपये की दर से 52 लाख 59 हजार रुपये बताई गई है। 3100 की दर से यह कीमत 71 लाख रुपये से अधिक होगी। खरीदी केंद्र प्रभारी व कंप्यूटर ऑपरेटर निलंबित
मामले में कलेक्टर सरगुजा के निर्देश पर धान खरीदी प्रभारी अनिल कुमार गुप्ता एवं कम्प्यूटर ऑपरेटर अनिल भगत को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। धान उपार्जन केन्द्र खड़गांव का प्रभार दामोदर प्रसाद कुबंज को दिया गया है। दोनों को नोटिस जारी किया गया है। कागजों में धान खरीदी करने का अंदेशा
लाखों का धान गायब होने के मामले में कागजों में धान खरीदी करने का अंदेशा है। ऑनलाइन रिकार्ड में फर्जी तरीके से खरीदी कर दी गई, लेकिन वास्तव में धान समिति में पहुंचा ही नहीं था। मामले में प्रशासनिक टीम जांच कर रही है।