छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत इस समय दिल्ली दौरे पर हैं। यहां वे कांग्रेस के नए मुख्यालय के उद्घाटन समारोह में वे शामिल हुए हैं। इसके बाद प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट समेत पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात और बैठक भी होगी। ऐसे जोगी कांग्रेस के विलय, निष्कासितों की वापसी और संगठन में नियुक्तियों को लेकर चर्चाएं फिर तेज हो गई है।रेणु जोगी का आवेदन मिलने के बाद बैज दो बार दिल्ली जाकर प्रदेश प्रभारी और दूसरे नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं। लेकिन कोई सहमति अब तक नहीं बन पाई है। वहीं दूसरे बागियों की वापसी को लेकर भी संशय की स्थिति है। इसके अलावा संगठन में नियुक्तियों से लेकर नेताओं की वापसी जैसे बड़े काम इस वक्त अटके हुए हैं। AICC ने भी केवल 3 ही जिलाध्यक्षों की सूची जारी की है। जबकि बैज पूरी लिस्ट दिल्ली में सौंपकर आए हैं। ऐसे में यहां होने वाली चर्चा महत्वपूर्ण मानी जा रही है। क्योंकि बड़े नेताओं के भविष्य के फैसले से लेकर बैज की नई टीम का फैसला भी होना है। क्योंकि पार्टी के 3 बड़े नेता एक साथ मौजूद रहेंगे। ऐसे में संगठन में होने वाले बदलाव से लेकर नेताओं की वापसी जैसे मसलों पर चर्चा हो सकती है। AICC फिलहाल बड़ा बदलाव नहीं चाहती प्रदेश कांग्रेस कमेटी में नई नियुक्तियों को लेकर साल भर से एक्सरसाइज चल रही है। लेकिन अब तक ना जिला अध्यक्ष तय हो पाए और ना ही पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई। इस बीच लोकसभा और रायपुर दक्षिण का उपचुनाव भी हो गया। लेकिन बैज अपनी नई टीम नहीं बना पाए। जिस तरह से AICC ने केवल 3 ही जिला अध्यक्षों की सूची जारी की है। इसके बाद से ये माना जा रहा है कि केवल आंशिक परिवर्तन ही पार्टी में दिखाई देंगे क्योंकि AICC इस समय बड़े बदलाव के मूड में नहीं है। कई जिलाध्यक्षों का कार्यकाल पूरा, कई निष्क्रिय कांग्रेस में कई जिला अध्यक्षों का कार्यकाल पूरा हो गया है। दूसरी ओर बदलाव की संभावना को देखते हुए पुराने जिला अध्यक्ष निकाय चुनाव की तैयारियों में रुचि नहीं ले रहे हैं। जिसका सीधा असर निकाय चुनाव की तैयारियों में पड़ता दिख रहा है। अब तक कांग्रेस ने जिलों में बैठकें नहीं की है। निकायों में दावेदार जरूर सक्रिय हैं, लेकिन संगठन की तरफ से 9 जनवरी को पर्यवेक्षकों की ही नियुक्ति की गई है। पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने नई नियुक्तियों की लिस्ट दिल्ली में कांग्रेस हाईकमान को सौंप चुके हैं। जिस पर प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट की भी मंजूरी मिल गई है। लेकिन अब तक वहां से नई टीम का ऐलान नहीं किया गया है। बीजेपी पूरी लिस्ट जारी कर चुनावी तैयारियों में जुटी सत्ता पक्ष नई नियुक्तियों के मामले में कांग्रेस से काफी आगे है। यहां मंडल अध्यक्षों से लेकर जिला अध्यक्षों की नियुक्ति हो गई है। और अब नए नियुक्त पदाधिकारी निकाय चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं। 18 जनवरी को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन होने के बाद ये माना जा रहा है कि कभी भी चुनाव के तारीखों का ऐलान किया जा सकता है।