रायपुर में आवारा कुत्तों का आतंक जारी है। जोन-2 साईं नगर में सोमवार को 8 साल की बच्ची पर कुत्ते ने हमला कर दिया। शोर मचाने के बाद आस-पास के लोगों ने कुत्तों को खदेड़ा, तब उसकी जान बच सकी। वहीं, घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि, बच्ची सड़क से जा रही है, तभी एक स्ट्रीट डॉग ने उस पर अटैक कर दिया। लोगों का आरोप है कि, शिकायत के बाद भी नगर निगम की टीम मौके पर नहीं पहुंची। दुकान सामान लेने गई थी बच्ची जिस बच्ची को कुत्ते ने काटा है, उसका नाम अंजलि है। उनका परिवार 2 साईं नगर के काली मंदिर गली में रहता है। अंजलि की मां सरस्वती ध्रुव ने बताया कि, बेटी को कुछ खाने का सामान लेने के लिए किराना दुकान भेजी थी। इस दौरान डॉग ने सीधा हमला कर दिया। जिससे बच्ची गिर गई। उसके रोने की आवाज सुनकर सभी दौड़े और कुत्ते को भगाया। मेकाहारा में लगवाया इंजेक्शन बच्ची के हाथ पर डॉग के नाखून से खरोचें आई हैं। जिसकी वजह से मेकाहारा में ले जाकर उसे इंजेक्शन लगवाया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि, पिछले एक सप्ताह से स्ट्रीट डाग लोगों को काटने के लिए दौड़कर हमला कर रहे हैं। नगर निगम की डॉग कैचर टीम भी कुत्तों को नहीं पकड़ रही है। एक साल में 1 लाख 20 हजार लोगों को कुत्तों ने काटा अगस्त 2024 को मानव अधिकार आयोग ने प्रदेश में बढ़ते डॉग बाइट के केस को लेकर चिंता जाहिर की थी। आयोग ने साल 2023 के आंकड़े पेश करते हुए बताया था कि, साल 2023 में 1 लाख 20 हजार लोगों को कुत्तों ने काटा था। जिसमें तीन लोगों की मौत हुई। मानव अधिकार आयोग ने यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग से लेकर सार्वजनिक की थी। साथ ही निकायों को डॉग बाइट की घटनाओं को रोकने के निर्देश और लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने की बात कही थी। रायपुर में 15 हजार से अधिक डॉग बाइट केस साल 2023 में रायपुर में 15 हजार से अधिक डॉग बाइट के केस सामने आए थे। आयोग ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि प्रदेश में सबसे अधिक कुत्ते काटने के मामले रायपुर में है। 2023 में रायपुर में 15 हजार 953 लोगों को कुत्तों ने काटा था। वही बिलासपुर में 12301 डॉग बाइट के मामलों आए थे। और दुर्ग में 11084 लोगों को कुत्ते काटा था। दवा और खाना नहीं मिलने से भी होते हैं हिंसक वरिष्ठ पशु चिकित्सक संजय जैन ने बताया कि, कोई भी पशु हिंसक तभी होता है जब उसकी जरूरत पूरी नहीं होती है। स्ट्रीट डॉग को खाना सही ढंग से नहीं मिलता और जब वे भूखे प्यासे रहते हैं, तो ऐसी स्थिति में वे किसी पर हमला करते हैं। डॉक्टर ने बताया कि अगर कभी किसी पशु को छेड़ा जाए या जबरन उन्हें मारा जाए तो वह चिढ़ जाते हैं। ज्यादातर देखा गया है कि कुत्ते हर कार के पीछे दौड़ते हैं, उन्हें यह मालूम नहीं रहता कि कौन से कार वाले ने पहले उन्हें चोट पहुंचाई है। ऐसी ही स्थिति बाइक सवार वालों के साथ भी होती है। इसके अलावा बच्चे भी नासमझी में कई बार कंकड़ पत्थर मारकर स्ट्रीट डॉग को छेड़ने की कोशिश करते हैं, ऐसी स्थिति में भी वह हिंसक होते हैं। वेटरनरी डॉक्टर संजय जैन ने बताया कि, स्ट्रीट डॉग के पेट में कीड़े होते हैं। जिनकी दवा नहीं मिलने से या शरीर में खुजली होने की वजह से वे बेचैन हो जाते हैं। कुत्ते के काटने पर हड़बड़ी न मचाएं, करें 5 उपाय