कांकेर जिले के चरामा में दिन दहाड़े नदी से अवैध खनन किए जाने का मामला सामने आया है। इसे लेकर शासन को राजस्व देकर खदाने चला रहे ठेकदारों में आक्रोश है, उन्होंने प्रशासन को राजस्व नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है। ठेकेदारों के मुताबिक महानदी पर स्वीकृत खदानों के अलावा अवैध रूप से संचालित रेत खदानों में तेजी से खनन जारी है। यहां रेत खदानों के दाम गिराकर मनमाने तरीके से तस्करी की जा रही है। सैकड़ों हाइवा रेत का अवैध खनन हाराडुला ग्राम पंचायत में पहले से रेत खदान स्वीकृत है, बावजूद इसके हाराडुला में नदी के किनारे अवैध रूप से खदान संचालित किया जा रहा है, जहां रोजाना सैकड़ों हाइवा रेत निकाली जा रही है, ठेकेदारों ने बताया कि जांच नाका में इन वाहनों का रॉयल्टी पास भी चेक नहीं किया जा रहा है। प्रशासन से शिकायत के बाद भी कार्रवाई नही खदान संचालकों का कहना है कि कई बार प्रशासन को अवगत कराने के बाद भी अवैध खदान चलाने वाले लोगों पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई। तहसीलदार करते है खदानों का निरीक्षण SDM नरेंद्र कुमार बंजारा ने कहा कि पहले भी शिकायत के आधार पर कार्रवाई करते हुए बंद करवाया गया था, तहसीलदार रात में खदानों का निरीक्षण कर रहे है, आगे यह निरीक्षण लगातार जारी रहेगा। अवैध खनन करते पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।