मोवा ओवरब्रिज का काम करा रहे ठेकेदार पर पीडब्ल्यूडी मंत्री अरुण साव की फटकार का असर पड़ता नहीं दिख रहा है। वैसे तो ठेका एजेंसी ने डामर उखाड़ने का काम शनिवार से शुरू कर दिया, लेकिन इसमें भी लापरवाही हो रही है। 40 एमएम डामर उखाड़ना है, लेकिन कहीं 25 तो कहीं 30 एमएम ही उखाड़ा जा रहा है। मौके पर मौजूद अफसर की बात भी ठेकेदार के कर्मचारी नहीं सुन रहे हैं। इसको लेकर ठेका एजेंसी के सुपरवाइजर और पीडब्ल्यूडी के सब इंजीनियर तन्मय गुप्ता के बीच विवाद भी हुआ। सुपरवाइजर बार-बार यही कहता रहा कि जो ठेकेदार और एसडीओ साहब ने कहा है, वहीं करेंगे। ठेकेदार नहीं बढ़ा रहा कर्मचारी पीडब्ल्यूडी के अफसर ने बताया कि डामर निकालने का काम शुरू हो गया है। यदि शनिवार देर रात तक यह काम पूरा हो गया तो रविवार को इसकी सफाई होगी। फिर दोबारा डामरीकरण किया जाएगा। अभी यहां काम करने वालों की संख्या कम है। यदि ठेकेदार पर्याप्त कर्मचारी लगाता तो दो दिन में डामरीकरण का काम पूरा हो जाता। अंडरब्रिज में जाम से सभी परेशान शनिवार की शाम 5 बजे से ही लोधीपारा चौक पर जाम दिखा। सड्डू की लेन को पीडब्ल्यूडी ने बैरिकेट लगाकर बंद कर दिया है। मोवा-सड्डू की तरफ से आने वाली गाड़ियां अंडरब्रिज से लोधीपारा चौक पहुंच रही हैं। एक कार चालक ने बताया कि अंडरब्रिज संकरा है। इस कारण अंदर जाम लग रहा है। एक तरफ से आवाजाही होने के बावजूद बाहर निकलने में 25 मिनट लग रहा है। एजेंसी के कर्मचारी सड़क से मानक के अनुरुप डामर निकालने का काम नहीं कर रहे हैं। मौके पर मौजूद सब इंजीनियर के आदेश को भी नहीं मान रहे हैं।