दुर्ग और भिलाई में भाजपा के नए जिलाध्यक्षों के नाम को लेकर जारी सस्पेंस कुछ देर में खत्म हो जाएगा। कुछ देर में दुर्ग जिला भाजपा कार्यालय में जिला चुनाव अधिकारी भूपेंद्र सवन्नी और जिला चुनाव पर्यवेक्षक अनुराग सिंहदेव बंद लिफाफा खोलकर नए जिलाध्यक्षों के नाम की घोषणा करेंगे। दरअसल, रविवार दोपहर करीब दो बजे भाजपा जिला कार्यालय दुर्ग में भाजपा के बड़े नेता और संगठन के लोगों की मौजूदगी में बंद लिफाफा खोला जाएगा। इन लिफाफों में बंद भिलाई और दुर्ग जिले के नए जिलाध्यक्षों का नाम बोला जाएगा। जब तक नाम तय नहीं हो रहे हैं, दावेदारों की बेचैनी बढ़ती जा रही है। कई लोगों ने तो मिठाई, ढोल और माला का ऑर्डर तक दे डाला है। भाजपा सूत्रों की माने तो दुर्ग में भाजपा से पिछड़ा वर्ग यानी ओबीसी नाम पर मुहर लगनी तय बताई जा रही है। पिछड़ा वर्ग में भी उस नाम की चर्चा चल रही है। जिस वर्ग से आज तक कोई भी जिलाध्यक्ष नहीं बना है। इसी तरह भिलाई में जो चर्चा चल रही थी कि जिलाध्यक्ष का नाम रिपीट होगा। उसमें भी संशय बढ़ गया है। यहां भी नए नाम की घोषणा लगभग तय है। दुर्ग से एक नाम लगभग तय भाजपा के सूत्रों की माने तो दुर्ग से ओबीसी नेता सुरेंद्र कौशिक का नाम लगभग तय माना जा रहा है। कौशिक वर्तमान में दुर्ग के जिला महामंत्री है। इसके साथ ही यहां से जिलाध्यक्ष की दौड़ में वरिष्ठ भाजपा नेता कांतिलाल बोथरा और कांतिलाल जैन का नाम भी चल रहा है। इन्हीं तीनों में से एक नाम तय होना है। जिसमें सुरेंद्र कौशिक सबसे आगे हैं। भिलाई में नए जिलाध्यक्ष के स्वागत की तैयारी जोरों पर नए जिलाध्यक्ष को लेकर भिलाई में सबसे अधिक उत्सुकता देखी जा रही है। क्योंकि यहां से सबसे अधिक लगभग 40 भाजपा नेताओं ने जिलाध्यक्ष बनने के लिए अपनी दावेदारी की थी। एक घंटे बाद यहां से पूर्व राज्यसभा सांसद सरोज पाण्डेय और वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन के करीबी पुरुषोत्तम देवांगन के नाम की घोषणा होना लगभग तय बताया जा रहा है। इसके साथ ही यहां से भाजपा पार्षद विनोद सिंह और नटवर ताम्रकार का नाम भी चल रहा है। यदि दुर्ग सांसद विजय बघेल और पूर्व मंत्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय की चली तो विनोद सिंह के नाम की घोषणा होना तय है।