भास्कर न्यूज | कोरबा जिले में इस साल गंभीर बीमारियों के अलावा गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज संबद्ध जिला अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को त्वरित व बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने 12 करोड़ से 50 बिस्तर का क्रिटिकल केयर ब्लॉक तैयार हो जाएगा। परिसर में चिन्हित स्थित पेड़ों की कटाई हो चुकी है। अब निर्माण कार्य शुरू होगा। जिले में सरकारी अस्पतालों में बेहतर चिकित्सा सुविधा व संसाधन की कमी होने के कारण गंभीर बीमारियों के मरीजों व रोड एक्सीडेंट, इंडस्ट्रियल एक्सीडेंट व आगजनी की घटना में गंभीर रूप से घायल मरीजों को मेडिकल कॉलेज संबद्ध अस्पताल रेफर कर दिया जाता है। जहां पहले ही आईपीडी में मरीजों का दबाव है और ऊपर से संसाधन की कमी है। लेकिन नए साल में गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों के इलाज के सिस्टम में बदलाव नजर आएगा। क्योंकि ऐसे मरीजों के लिए मेडिकल कॉलेज संबद्ध अस्पताल परिसर में 50 बेड का क्रिटिकल केयर ब्लॉक का निर्माण होगा। जिसकी जिम्मेदारी सीजीएमएससी को मिली है। अस्पताल के कैजुअल्टी के सामने पुराने गार्डन व पार्किंग एरिया में क्रिटिकल केयर ब्लॉक के लिए 12 करोड़ से जी प्लस फोर लेवल पर भवन का निर्माण होगा। जिसमें भूतल में पार्किंग व ऊपर 4 तल में क्रिटिकल केयर ब्लॉक (अस्पताल) का संचालन होगा। 10 जिलों में होना है निर्माण क्रिटिकल केयर ब्लॉक बनाने के प्रदेश में कोरबा समेत दुर्ग, राजनांदगांव, अंबिकापुर, सूरजपुर, रायगढ़, जशपुर, गरियाबंद, जगदलपुर और कोंडागांव मिलाकर 10 जिलों को शामिल किया गया है। क्रिटिकल केयर ब्लॉक के निर्माण के लिए विभिन्न योजनाओं के तहत केंद्र सरकार की ओर से 60 प्रतिशत और राज्य सरकार की ओर से 40 प्रतिशत की राशि वहन की जाएगी। बरसात का मौसम आने तक मिल सकती है सुविधा ^मेडिकल कॉलेज अस्पताल संयुक्त संचालक डॉ. गोपाल कंवर के मुताबिक अस्पताल परिसर में 12 करोड़ की लागत से जी-4 लेवल में क्रिटिकल केयर ब्लॉक का निर्माण होगा। चिन्हित स्थल पर पेड़ों की कटाई हो चुकी है। अब जल्द ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। संभवत: बरसात के मौसम आने तक सुविधा शुरू हो जाएगी।