आनंद गीतों के बीच प्रभु यीशु ने चरनी में जन्म लिया। अंबिकापुर शहर में जगमगाते चर्च समेत विभिन्न मसीही धर्मस्थलों पर प्रभु यीशु का जन्मोत्सव क्रिसमस मनाया गया। धर्मगुरुओं ने प्रभु यीशु के जन्म का संदेश दिया। वहीं प्रेम, एकता और मेल-मिलाप के संदेश के बाद केक काटा गया और लोगों ने एक-दूसरे को क्रिसमस की शुभकामनाएं दीं। बुधवार सुबह शहर के सभी चर्च में विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। सरगुजा में क्रिसमस के मौके पर चर्च और घरों में प्रतीक स्वरूप चरनी बनाई। संभाग मुख्यालय अंबिकापुर के नवापारा स्थित महागिरजाघर में विशप डॉ. अंतोनिस बड़ा के सानिध्य में अनुष्ठानों का आयोजन किया गया। आधी रात प्रभु यीशु का जन्मोत्सव पर धर्मगुरुओं ने प्रभु की प्रतिमा को हाथों में उठाकर लोगों को दर्शन कराए। श्रद्धालुओं ने कतार बद्ध होकर यीशु को चूमा और आशीर्वाद लिया। युवा समूहों के कैरोल सांग की प्रस्तुति दी। यीशु के जन्मोत्सव पर केक काटकर बधाई दी गई। प्रेम व सेवाभाव के संदेश का करें अनुशरण
महागिरजाघर में समाज को संदेश देते हुए बिशप डॉ. अंतोनिस बड़ा ने कहा कि बालक यीशु का जन्म गौशाले में हुआ था। उन्होंने कहा कि जाति धर्म व संस्कृतियों के बीच कोई भेदभाव न हो आपसी भाईचारा मेल-मिलाप हो। वर्तमान में समाज में असहिष्णुता, झूठ, फरेब है। हमें इसे दूर करते हुए सहिष्णुता के साथ आपसी संबंध बढ़ाना चाहिए। बिशप डॉ. अंतोनिस बड़ा ने कहा कि प्रेम व सेवा भाव के लिए हमें प्रभु यीशु मसीह के संदेशों का अनुशरण करना चाहिए। लुंड्रा विधायक प्रबोध मिंज भी महागिरजाघर में प्रार्थना करने पहुंचे हुए थे। इस दौरान क्षेत्र की जनता और मसीह समाज के लोगों को क्रिसमस की बधाई देते हुए नए वर्ष की शुभकामनाएं दी। चर्चों में विशेष प्रार्थनासभा का आयोजन
शहर के नमनाकला, गुदरीबाजार, महुआपारा सहित अन्य चर्चों में आधी रात प्रभु यीशु का जन्मोत्सव मनाया गया। बुधवार को चर्चों में विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। इसके बाद क्रिसमस के उल्लास में मसीही समाज डूबा रहा। शहर में दिखा क्रिसमस का उल्लास
शहर के चर्चों के साथ ही घरों में क्रिसमस ट्री सजाए गए। चर्च के अलावा शहर के कई घर जगमगाते नजर आए। चर्च और घरों में देर रात सांता क्लॉज ने गिफ्ट बांटे। लाल टोपी लगाए युवा बच्चे नाचते और खुशियां मनाते दिखे। कई लोगों ने एक स्थान पर एकत्रित होकर कैरोल गीत गाए। चर्चों में देर रात से ही लोगों की भीड़ रही।