भास्कर न्यूज | अंबिकापुर सरकार के एक साल पूरे होने पर सोमवार को आस्था निकुंज वृद्धाश्रम राघवपुरी में वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगजनों का सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शामिल होकर सांसद चिंतामणि महाराज ने वृद्धजनों से मुलाकात की। और पुष्प-भेंट कर उनका सम्मान किया। सांसद ने वृद्धाश्रम में उनके आवासीय व्यवस्था, भोजन, मनोरंजन की सुविधाओं का भी निरीक्षण किया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ राज्य युवा आयोग के अध्यक्ष विश्वविजय सिंह तोमर, कलेक्टर विलास भोसकर, सीईओ जिला पंचायत नूतन कंवर, अपर कलेक्टर सुनील नायक, आलोक दुबे, सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी और वृद्ध व दिव्यांगजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम में स्वागत के दौरान सांसद चिंतामणि ने वृद्ध ब्रम्हप्रकाश को अपने साथ बिठाया। ब्रह्मप्रकाश ने मृत्यु के बाद देहदान करने का निर्णय लिया है। सांसद ने उनके इस निर्णय की सराहना की। वृद्ध ब्रम्हप्रकाश मूलतः पंजाब के अमृतसर के रहने वाले हैंं, परिवार से पूरी तरह नाता टूट चुका है।देहदानके बारे में उन्होंने समाचार पत्रों में पढ़ा था जिससेदेहदानकी इच्छा उत्पन्न हुई और 2 वर्ष पूर्व उन्होंने देहदान करने का फैसला लिया। सभा को संबोधित करते हुए सांसद ने कहा कि शासन वरिष्ठ नागरिकों व दिव्यांगजनों की मदद के लिए कई योजनाएं और कार्यक्रम चला रही हैं। इस पुण्य कार्य में कई एनजीओ भी मदद कर रहे है। समाज की जिम्मेदारी होनी चाहिए कि ऐसे वृद्धजन, जो अकेले हैं, उनकी सेवा के स्वयं तत्परता से आगे आएं। बच्चों को संस्कार देने के मामले में हम पिछड़ रहे है : सांसद चिंतामणि सांसद चिंतामणि महाराज ने कहा कि वृद्धाश्रम की रित उचित नहीं, संस्कार के मामले में हम पिछड़ रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसी स्थिति नहीं, लेकिन शहरों में वृद्धाश्रम खोले जा रहे हैं। उन्होंने कहानी के माध्यम से वृद्धजनों के अनुभव और विचारों की महत्ता को बताया। उन्होंने कहा कि शिक्षा बेहद जरूरी है। माता- पिता अच्छी शिक्षा के साथ बच्चों को अच्छे संस्कार भी दें। जिस सभ्य और शिक्षित समाज की परिकल्पना हम करते हैं, उसे बनाने में हम सभी का योगदान हो।