भास्कर न्यूज| जांजगीर क्रिसमस का त्योहार नजदीक आते ही दूर-दराज से मसीही समाज के लोग अपने घरों की ओर लौटने लगे हैं। शाम ढलते ही उनके घरों से मांदर की थाप पर कैरोल गीत की धुन सुनाई देने लगी है। मसीही समाज के युवाओं का एक बड़ा वर्ग अन्य जगहों पर नौकरी करते हैं। क्रिसमस का त्योहार को देखकर युवा घर की ओर लौटने लगे है। हाथों में गिटार और अन्य वाद्य यंत्र के साथ शाम ढलते ही क्रिसमस सेलिब्रेशन करना शुरू हो गया है। अधिकांश मसीही घरों में चरनी बनना शुरू हो गई है। बाजार में काफी चहल पहल बढ़ गई है। शहर के अधिकांश फैंसी दुकानों में क्रिसमस से जुड़ी वस्तुओं की बिक्री जोरों पर है। शहर के अधिकांश दुकानों में आकर्षक सांता क्लॉज की ड्रेस के साथ क्रिसमस-ट्री एवं भगवान ईशामसीह की मूर्तियां सजाकर रखी गई हैं। सुबह-शाम इन दुकानों में समाज के लोगों की भीड़ देखने को मिल रही है। गांव लौटने वाले लोग शहर की दुकानों में रूककर क्रिसमस का त्योहार से जुड़े सामान की खरीदारी कर रहे हैं। दुकान संचालक राजेश सिंह ने बताया कि समाज के लोग इन दिनों सांता क्लॉज की ड्रेस ज्यादा पसंद कर रहे हैं। इसलिए कई वेरायटी में सांता क्लॉज की ड्रेस मंगाई गई है। समाज के बच्चे सांता क्लॉज की ड्रेस पहनकर क्रिसमस के रोज एक दूसरे को उपहार भेंट करते हैं। एक-दूसरे के घरों में कर रहे हैं प्रार्थना सभा यहां का एक बड़ा वर्ग मसीही समाज का है। उनके बहुत से लोग मुम्बई, गोवा, दिल्ली, जम्मू, कोलकाता और पंजाब में नौकरी करते हैं। ये लोग क्रिसमस का त्योहार अपने परिजनों के साथ घर आकर मनाते हैं। अपने घर में प्रभु यीशु के आगमन को लेकर प्रार्थना सभाएं करने लगे हैं। शाम होते ही समाज के लोग एक दूसरे के घर में प्रभु का जन्मदिन की प्रार्थना सभा करने लगे हैं।