आने वाले दिनों में रायपुर रेलवे स्टेशन की तस्वीर बदल जाएगी। क्योंकि रेलवे इसे हाईटेक बनाने में 470 करोड़ रुपए खर्च कर रहा है। स्टेशन पर गाड़ियों की पार्किंग के लिए प्लेटफार्म-1 और 7 की ओर ग्राउंड+2 पार्किंग बनाई जा रही है। लेकिन पार्किंग के लिए जो डिजाइन बनाई गई है उसमें कई खामियां अभी से सामने आ गई हैं। अभी दोनों प्लेटफॉर्म के तरफ की पार्किंग में कुल 1300 मोटरसाइकिल और 65 कारें खड़ी हो रही हैं। इसके अलावा जो जगह बाहर बचती है उसमें करीब 100 दोपहिया पार्क हो रही है। इसके अलावा स्टेशन के दोनों ओर 300 से ज्यादा ऑटो खड़े रहते हैं। रेलवे ने पार्किंग की जो नई डिजाइन बनाई है उसमें 1422 मोटरसाइकिल, 419 फोर व्हीलर, 326 ऑटो और 9 बस खड़ी करने की क्षमता है। जानकारों का दावा है कि राजधानी में जिस तेजी से गाड़ियों की संख्या बढ़ रही है नई पार्किंग बनने के एक-दो साल बाद ही पार्किंग की जगह कम पड़ने लगी है। रेलवे क कुछ अफसरों के साथ ही रायपुर ट्रैफिक पुलिस ने भी पार्किंग की डिजाइन बदलने का भी सुझाव दिया है। दोनों एजेंसियों का कहना है कि आने वाले दस साल के अनुसार ही पार्किंग बनाना चाहिए। स्टेशन बनाने के लिए दो ठेका एजेंसियों ने मिलकर टेंडर भी ले लिया है। ठेका लेने वाली एजेंसी ने गुढ़ियारी की तरफ रेलवे कॉलोनी को तोड़ दिया है। प्लेटफार्म-1 की तरफ भी तोड़फोड़ का काम जल्द शुरू कर दिया जाएगा। रायपुर स्टेशन से ट्रेन पकड़ने के लिए महासमुंद, धमतरी आदि स्टेशनों से यात्री आते हैं। यात्री दो से तीन दिन तक अपनी गाड़ी पार्किंग में खड़ी करते हैं। इसके बावजूद पार्किंग को लेकर बेहतर प्लानिंग नहीं की गई है। पार्किंग क्षमता कम होने से यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। अभी 350 ऑटो और ई-रिक्शा खड़े हो रहे हैं
रायपुर रेलवे स्टेशन पर वर्तमान में करीब 350 ऑटो और ई-रिक्शा खड़े हो रहे हैं। ट्रेनों के आने के वक्त करीब एक साथ 70 ऑटो यात्रियों को पिकअप और ड्राप करने के लिए आते-जाते हैं। लेकिन रेलवे ने जो नई पार्किंग के लिए डिजाइन बनाई है, उसमें भी सिर्फ 326 ऑटो ही पार्क हो सकते हैं। नई पार्किंग में पंजीकृत ऑटो पार्क नहीं हो पाएंगे। पार्किंग की क्षमता कम होने से करीब 24 ऑटो को बाहर ही खड़ा करना पड़ेगा। इससे ट्रैफिक जाम की समस्या पैदा होगी। लोगों को आने-जाने में भी कई तरह की परेशानी होगी। राजधानी में हर साल बढ़ रही गाड़ियां परिवहन विभाग के अनुसार शहर में हर साल गाड़ियों की संख्या बढ़ रही है। 2021-22 में रायपुर शहर में रजिस्टर्ड वाहनों की संख्या 74931 थी। 2022-23 में 26974 और अभी 2023-24 में 20 दिसंबर तक एक लाख 16178 गाड़ियों की बिक्री हुई है। वहीं रायपुर शहर में पंजीकृत वाहनों की संख्या 24 लाख के करीब पहुंच गई है। जितनी तेजी से गाड़ियों की संख्या बढ़ रही है उतनी तेजी से सड़कें और पार्किंग नहीं बन रही है। यही वजह है कि जहां भी पार्किंग बनाई जा रही है वहां आने वाले दिनों में बढ़ने वाली गाड़ियों की संख्या के आधार पर ही निर्माण करने का सुझाव दिया जा रहा है। ताकि सड़कों पर गाड़ियां खड़ी न हो। रेलवे स्टेशन को नए सिरे से बनाया जाएगा। नई बिल्डिंग में दोनों तरफ ग्राउंड+2 पार्किंग बनाई जा रही है। नई डिजाइन ऐसे तैयार की गई है कि आने वाले दिनों में गाड़ियों की संख्या बढ़ने पर पार्किंग स्थल को भी बढ़ाया जा सकेगा। – संजीव कुमार, डीआरएम रायपुर मंडल रेलवे स्टेशन के मॉडल से पता चला है कि नई पार्किंग व्यवस्था वर्तमान पार्किंग की तरह ही है। इसलिए इसकी क्षमता बढ़ाना चाहिए। इस संबंध में रेलवे प्रबंधक को चिट्ठी लिखी गई है कि स्टेशन की नई पार्किंग व्यवस्था आने वाले 50 साल के अनुसार होना चाहिए।
गुरजीत सिंह, डीएसपी ट्रैफिक
