केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बाबा साहेब अंबेडकर पर दिए बयान पर कांग्रेस ने उनसे इस्तीफा देने की मांग की है। राज्यसभा सांसद और महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष फूलोदेवी नेताम ने कहा कि जिनके नियम कानून पर पूरा देश चलता है, वो बाबा साहेब अंबेडकर हमारे लिए भगवान हैं। और उन्हे अपमानित करने का इन्हें कोई हक नहीं है। फूलोदेवी नेता ने कहा कि यह घटना कोई अकेली घटना नहीं है। ये RSS के ऐतिहासिक और वैचारिक रुख को दर्शाती है, जिसने अपनी स्थापना के समय से ही भारतीय संविधान का विरोध किया है।देश को आजाद कराने वाले नेताओं का भी जनसंघ ने पुतला दहन किया था। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान का वीडियो दिखाते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा ने विपक्षी नेताओं को बदनाम करने और उनका अपमान करने के लिए मंच का दुरुपयोग किया। इससे भी बदतर, केंद्रीय गृह मंत्री ने संविधान के मूल तत्व और इसके प्रमुख निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर का अपमान किया। इस भयावह आचरण के बावजूद, भाजपा और उसके नेतृत्व ने कोई पश्चाताप नहीं दिखाया है। इसके बजाय, वे ऐसे बयानों का बचाव करके लाखों भारतीयों को होने वाली पीड़ा को बढ़ाने में लगे हैं, जिससे उनकी गहरी संविधान-विरोधी और दलित विरोधी मानसिकता और उजागर होती है। क्या कहा था केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने संसद में संविधान पर चर्चा चल रही थी। इस दौरान अपने भाषण के एक अंश में अमित शाह ने कहा कि “अभी एक फैशन हो गया है अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर। इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।” शाह के इस बयान पर कांग्रेस लगातार सत्ता पक्ष पर हमलावर है। उन्होंने अमित शाह से भारत की जनता से तुरंत माफ़ी मांगने और गृह मंत्री के पद से इस्तीफा देने की मांग की है। इसे लेकर कांग्रेस पूरे देश में प्रदर्शन कर रही है। 23 दिसंबर को कैंडल मार्च निकाला जाएगा।