ऑनलाइन ठगी करने वाले गैंग अभी शेयर मार्केट में मुनाफे का झांसा देकर ही सबसे ज्यादा ठगी कर रहे हैं। पुलिस और प्रशासन की लगातार चेतावनी के बावजूद लोग शेयर मार्केट में ऑनलाइन निवेश ठगों के जाल में फंस रहे हैं। पिछले छह महीने के दौरान 40 से ज्यादा लोग ठगी के शिकार हो चुके हैं। इस दौरान करीब 15 करोड़ की ठगी हो चुकी है। शुक्रवार को राजधानी में एक ही दिन ठगी के पांच केस दर्ज किए गए। जालसाजों ने 3 करोड़ से ज्यादा की ठगी की। सभी को शेयर मार्केट में निवेश का झांसा देकर ही ठगा गया है।
पुलिस की एफआईआर के अनुसार पांच पीड़ितों में कारोबारी, गृहणी और युवा शामिल हैं। सभी पांचों को ठगों ने अलग-अलग तरीके से टेलीग्राम और अलग-अलग वाट्सएप ग्रुप में जोड़ा। वे कैसे उस ग्रुप में जुड़े उन्हें खबर नहीं हुई। फिर उनके मोबाइल पर लगातार शेयर मार्केट से संबंधित जानकारी भेजने लगे। अलग-अलग मैसेज के जरिये उन्हें अलग-अलग नाम के शेयर में निवेश करने पर 30 प्रतिशत से ज्यादा का फायदा बताया गया। मुनाफे की टाइम लिमिट भी इतनी कम बताई गई कि लोग एक-एक कर झांसे में फंसते गए। पीड़ितों ने जैसे ही मोबाइल पर निवेश से संबंधित मांगी, ठग तुरंत एक्टिव हुए और उन्हें फर्जी एप डाउनलोड कराया। उसके बाद निवेश के लिए डीमैट अकाउंट के नाम पर ठग गैंग के सदस्यों ने अपना ही खाता दिया। फिर वे उसी में निवेश कराते रहे। ठगों के झांसे में आकर लोग निवेश करते रहे। ठगों के अपलोड कराए एप में हर किसी को अपने खाते में अच्छा मुनाफा दिखता रहा। उन्होंने जब पैसे निकालने का प्रयास किया, तब पता चला उन्हें झांसे में रखकर बस निवेश कराया जा रहा था। शहर के अलग-अलग थानों में शुक्रवार को ठगी का केस दर्ज कर सारे केस साइबर रेंज थाने ट्रांसफर कर दिए गए हैं। चार ऐसे लोगों की कहानियां जिन्होंने झांसे में आकर गंवाए पैसे, अब केस दर्ज हुआ शेयर मार्केट में निवेश का अनुभव, फिर भी फंस गए साइबर रेंज डीएसपी संजय सिंह ने बताया कि शांति नगर निवासी सुशील अग्रवाल का बड़ा कारोबार है। वे शेयर मार्केट में पहले से निवेश करते हैं। उन्हें सोशल मीडिया में एक लिंक मिला। उसके माध्यम से टेलीग्राम ग्रुप में जुड़ गए। उसमें जुड़े लोग मैसेज करने लगे कि उन्हें एक लाख का मुनाफा हुआ है। कुछ लोगों ने 10-10 लाख तक मुनाफा मिलने का मैसेज शेयर किया। इस झांसे में आकर सुशील ने भी निवेश शुरू कर दिया। एक माह के भीतर ही उन्होंने 2 करोड़ 40 लाख रुपए जमा कर दिया। जब निकालने का समय आया तो ठगी का पता चला। खाते में जमा करवाए पैसे
बीरगांव निवासी खेमचंद पटेल ने बताया कि वाट्सएप ग्रुप में जोड़कर शेयर मार्केट की जानकारी दी। ठगों ने दो खाता नंबर दिया। उसमें पैसा जमा करने के लिए कहा। मैंने उधार लेकर 13 लाख रुपए खाते में जमा कर दिया। क्योंकि मुझे 26 लाख रुपए एप में मुनाफा दिखा रहा था। जब पैसा निकालने का प्रयास किया तो निकाल नहीं पाया। फिर ठगों ने फोन बंद कर दिया। एप में दिखने लगे 40 लाख रुपए
संजय नगर निवासी तेजस्वी वर्मा ने बताया कि उनका कारोबार है। उन्हें टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ दिया गया। उसमें शेयर मार्केट में निवेश का झांसा दिया गया। मैंने उसमें निवेश की इच्छा जताई तो मुझे एप डाउनलोड कराया गया। उसमें मुनाफा दिखने लगा। मैंने अलग-अलग किश्त में 24.25 लाख रुपए जमा कर दिए। एप में मुझे 40 रुपए दिखने लगा। मोटा मुनाफा देखकर पैसा निकालने का प्रयास किया, तो ठगों ने कमीशन की मांग की। तब उनकी हकीकत सामने आई। 40 फीसदी मुनाफा, ये देखकर किया निवेश
हीरापुर निवासी सुमीत शुक्ला का ट्रांसपोर्टर हैं। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया में एक लिंक मिला। उसके माध्यम से 861-HSBC Asset management नाम के वाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया। इसमें शेयर मार्केट में निवेश संबंधित जानकारी दी गई। इसमें लोग मुनाफा मिलने का मैसेज करने लगे। उसके बाद ग्रुप एडमिन 7501993731 ने फोन किया। उसने खुद को शेयर मार्केट का एक्सपर्ट बताया। उसने HSBCIA नाम का एप डाउनलोड कराया। फिर डीमैट अकाउंट के नाम से कुछ खाता नंबर दिखा। उसमें पैसा जमा कराने लगा। मैंने 46 लाख रुपए जमा कर दिया। एप में मुनाफा दिखने लगा था।
