खरमास में तुलसी की पूजा करनी चाहिए या नहीं? (Tulsi Puja in Kharmas)
जिन लोगों को खरमास में तुलसी की पूजा करने में कोई संदेह हो तो उन्हें बता दें कि पंडितों के अनुसार खरमास में तुलसी की पूजा कर सकते हैं. पंडितों की मानें तो खरमास में तुलसी की पूजा सबसे ज्यादा शुभ और लाभ देने वाली मानी जाती है. यदि कोई जातक खरमास में तुलसी की पूजा पूरे श्रद्धाभाव से करता है, तो उसके जीवन में मौजूद और आने वाले सभी कष्टों का निवारण हो जाता है.
खरमान में तुलसी की पूजा की विधि (Vidhi of Tulsi Puja in Kharmas)
अब जिनके मन में यह सवाल है कि खरमास में तुलसी की पूजा करने की क्या विधि है. इसे थोड़ा ध्यान से पढ़ें. खरमास में तुलसी की पूजा (Tulsi Puja) ब्रह्म मुहूर्त में करने का विधान है, क्योंकि यह काल सबसे शुभ माना जाता है. खरमास में तुलसी की पूजा करने के लिए एक बर्तन में गंगाजल (Gangajal) लें और फिर इससे आंगन में लगी तुलसी माता का स्नान करें. तुलसी माता (Goddess Tulsi) को स्नान कराने के बाद इसके पास देसी घी का दीपक जलाएं और फिर हल्दी, रोली और चावल से उनकी पूजा करें. यह एक तरह से तुलसी मां का श्रृंगार है और फिर नीचे दिए गये मंत्र का सच्चे मन से जाप करें.
ॐ वासुदेवाय नमः, ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र.
तुलसी श्रीर्महालक्ष्मीर्विद्याविद्या यशस्विनी.
धर्मा धर्मानना देवी देवीदेवमन: प्रिया.
लभते सुतरां भक्तिमन्ते विष्णुपदं लभेत्.
ॐ वासुदेवाय नमः और ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र