“मैं परेशानी का हल ढूंढ सकता हूं” किसी भी मुश्किल से निकलने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी होता है खुद पर विश्वास करना. माता-पिता को अपने बच्चे को यह बोलना जरूर सिखाना चाहिए कि वह किसी भी परेशानी का हल ढूंढ सकता है. जब कोई मुश्किल आए तो बच्चे को खुद से यह जरूर कहना चाहिए कि मैं किसी भी परेशानी का हल ढूंढ सकता हूं. बच्चे का आत्मविश्वास (Confidence) बढ़ने लगेगा.
“मैं बहादुर हूं और मुझे हार नहीं माननी है” किसी परिस्थिति से पार पाने के लिए और हमेशा अपना बेस्ट देते रहने के लिए बच्चे को यह पंक्ति खुद से जरूर कहनी चाहिए. इससे बच्चे में कोंफिडेंस आता है. इससे बच्चा हार मानने के बजाय आगे बढ़ता जाता है.
“मेरे विचार मैटर करते हैं”कई बार बच्चे किसी काम को इसलिए नहीं करते या फिर किसी के सामने अपनी बात रखने से झिझकते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि उनकी बात का कोई मूल्य नहीं है. लेकिन, बच्चे को यह समझाना और यह कहना सिखाना जरूरी है कि उसके विचार मैटर करते हैं. जब बच्चे खुद से यह कहने लगते हैं तो आत्मविश्वास के साथ अपनी बात को आगे रखना भी शुरू कर देते हैं.