कोरबा स्थित निर्माणाधीन ऑक्सीजन प्लांट में करंट लगने से एक युवक की मौत हो गई। अगले दिन शनिवार सुबह जब मजदूर काम शुरू करने पहुंचे तो घटना का पता चला। इसके बाद पुलिस को सूचना देकर युवक की पहचान कराई गई। इस पर पता चला कि युवक चोरी के इरादे से प्लांट में घुसा था। खास बात यह है कि प्लांट के निर्माण कार्य में भी चोरी की बिजली का इस्तेमाल किया जा रहा है। मामला सिटी कोतवाली क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, रामपुर पुलिस चौकी क्षेत्र में मेडिकल कॉलेज के पीछे की ओर ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण कार्य चल रहा है। सुबह कर्मचारी पहुंचे तो प्लांट में एक युवक का शव पड़ा मिला। श्रमिकों और कर्मचारियों ने देखा, जिसके बाद प्रबंधन ने बताया कि उनके यहां काम नहीं करता था। इस पर पुलिस ने शव की शिनाख्त कराई तो पता चला कि वह FCI बस्ती निवासी बबलू गिरी (30) का था। पुलिस का कहना है कि वह चोरी की नीयत से घुसा था।
जांच में यह बात भी सामने आई है कि प्लांट के निर्माण के लिए ऊपर से गई विद्युत लाइन से बिना अनुमति के कनेक्शन लिया गया। यानी कि चोरी की बिजली से कंपनी निर्माण कार्य करा रही थी। निर्माणाधीन प्लांट की क्षमता एक हजार लीटर प्रति घंटे की है। इसके निर्माण का ठेका दिलीप बिल्डकॉन कंपनी को मिला है। पुलिस मौके पर पहुंची तो हर जगह तार बिखरे हुए थे। इस संबंध में अभी कंपनी प्रबंधन की ओर से बयान नहीं आया है। कोरोना संक्रमण काल में ज्यादातर लोगों की ऑक्सीजन की कमी के चलते मौत हो गई। इसके बाद देशभर में ऑक्सीजन प्लांट सरकार बनवा रही है। इसका ठेका नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) को दिया गया है। उसने कोरबा और अन्य जगहों पर ही प्लांट निर्माण की जिम्मेदारी दिलीप बिल्डकॉन को दे रखी है। फिलहाल अब विद्युत विभाग से इस पर कोई कार्रवाई होगी या नहीं। इसके बारे में स्पष्ट नहीं किया गया है।