माओवादी आतंक नहीं बल्कि मेधावी बच्चे बनेंगे बढ़ते और बदलते बीजापुर की पहचान

बीजापुर ज़िले के 100 मेधावी बच्चे राजधानी रायपुर में आज़ादी के महापर्व में होंगे शामिल

आदिवासी मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में आदिवासी अंचल के लोगों में आत्मविश्वास बढ़ा है। यह आत्मविश्वास प्रदेश के मुखिया के प्रति अटूट विश्वास  से पैदा हुआ है।सिर्फ़ आठ महीनों में जो बदलाव आया है वो ना सिर्फ़ यहाँ के माहौल में नज़र आने लगा है बल्कि यह आत्मविश्वास यहाँ के बच्चों में भी दिखने लगा है। माओवादी आतंक का दंश झेल रहे बीजापुर के बच्चे अब अपने सपनों की उड़ान भर रहे हैं।कक्षा नवमी और ग्यारहवीं के 100 मेधावी बच्चे हवाई  जहाज़ से राजधानी रायपुर पहुँचे हैं। 50 छात्र 12 अगस्त को बस से पहले बीजापुर  जगदलपुर और फिर हवाई जहाज़ से जगदलपुर से रायपुर पहुँचे इसी प्रकार 13 अगस्त को 50 छात्राओं का दल राजधानी रायपुर पहुँचा। इन बच्चों में अपने मुख्यमंत्री से मिलने के लिए ग़ज़ब का उत्साह है। यह बच्चे बढ़ते और बदलते बीजापुर की नयी पहचान गढ़ने को तैयार हैं।
जिले के 100 विद्यार्थी राज्य स्तर पर आयोजित आज़ादी के महापर्व  में शामिल होंगे। पहली बार हवाई यात्रा को लेकर बच्चों में
बहुत ही उत्साह और उमंग का वातावरण निर्मित हुआ है। राजधानी रायपुर में ये बच्चे राज्यपाल और मुख्यमंत्री निवास पुरखौती मुक्तांगन,मंत्रालय,ऊर्जा पार्क ,शॉपिंग मॉल का भ्रमण करेंगे।

कलेक्टर श्री अनुराग पांडेय ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में वनांचल में सुशासन के सूर्य का उदय हो चुका है।
उन्होंने कहा शिक्षा के क्षेत्र में काफ़ी सुधार आया है। राज्य शासन के प्रयासों से बंद पड़े स्कूल खोले जा रहे हैं और हज़ारों बच्चों को शिक्षा का अधिकार दिलाया  रहा है।सुदूर अंचल के 24 बंद स्कूलों को इसी सत्र में वापिस खोला गया है। अब अज्ञानता का अंधकार नहीं बल्कि शिक्षा का उजाला इन आदिवासियों के जीवन में फैल रहा है।उन्होंने कहा वह दिन दूर नहीं जब यहाँ के बच्चे और युवा बीजापुर के विकास की नई इबारत लिखेंगे।

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