उत्तर प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए चंद्रशेखर आजाद ने कहा, “यूपी में जिस तरह का अन्याय हो रहा है, वो किसी से छिपा नहीं है. गाजियाबाद में दो दिन पहले ही 2 लोगों की हत्या हुई है. फिरोजाबाद में पुलिस की कस्टडी में एक लड़के की मौत हो गई है. दो लड़कों की अलीगढ़ में मौत हुई है. बेहद बुरे हालात हैं. जब लोगों का जीवन बचेगा, तभी तो अन्य चीजों की बात होगी. अगर कोई शख्स जीवित रहेगा, तभी तो रोजगार के लिए लड़ सकेगा.”
देश के राजनीतिक हालात पर बात करते हुए आजाद ने कहा, “हमारे जैसी आर्थिक स्थिति के लोगों का यहां तक आना बड़ी बात है, क्योंकि भारत में ज्यादातर पैसे वाले लोग ही राजनीति में आगे बढ़ रहे हैं. जो लोग आर्थिक रूप से सक्षम नहीं हैं, जिनके पीछे बहुत बड़ी लिगेसी नहीं है, उन लोगों को ज्यादा संघर्ष करना पड़ता है, उन्हीं में से मैं एक हूं.”
संसद में बनूंगा वंचितों की आवाज
चंद्रशेखर आजाद दलितों, अल्पसंख्यकों और गरीबों के मुद्दों पर हमेशा बढ़-चढ़कर बोलते हैं. उन्होंने बताया, “मैं कोशिश करूंगा कि लोकतंत्र के मंदिर से एक मजबूत आवाज उठे. हर उस वंचित के लिए जो ये उम्मीद कर रहा है कि उसके लिए कोई बोलेगा. मैं उनकी आवाज उठाने के लिए यहां आया हूं, जिनकी आवाज कोई नहीं उठा रहा है.”
बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक बार फिर आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है. इस पर चंद्रशेखर आजाद ने मुस्कुराते हुए सिर्फ इतना कहा, “ये उनकी पार्टी का निर्णय है, उनके लिए मैं मंगल कामना करता हूं.”