NDA की बैठक के बाद विपक्षी INDIA गठबंधन की भी बैठक हो रही है. जिसमें सरकार गठन की संभावनाओं और आगे की रणनीति पर चर्चा की जा रही है. नई दिल्ली:लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे सामने आने के बाद एनडीए और इंडिया दोनों ही गठबंधनों में खुशी देखी जा रही है. बीजेपी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है, लेकिन एनडीए के तीसरी बार सत्ता में वापसी को लेकर वो बेहद उत्साहित हैं. वहीं इंडिया गठबंधन ने विपक्ष के तौर पर ही सही, मजबूत वापसी की है, उनकी सीटों की संख्या और मनोबल दोनों बढ़े हैं. दोनों ही अलायंस में सीटों की संख्या का अंतर बेहद कम हुआ है. नतीजे आने के अगले ही दिन दोनों ही पक्षों ने आगे की रणनीति को लेकर महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की है. विपक्षी दल शाम को 6 बजे से बैठक कर रहे हैं. इंडिया ब्लॉक के ज्यादातर नेता पहले से ही दिल्ली में हैं. इस बैठक में आगे का एजेंडा और सरकार गठन की संभावनाओं को तलाशने पर विचार किया जाएगा. इधर बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए भी चुनाव परिणामों की समीक्षा करने, सरकार गठन को लेकर चर्चा करने और समझौतों पर सहमति बनाने को लेकर व्यस्त है. सूत्रों ने बताया है कि नरेंद्र मोदी जिन्होंने आज औपचारिक रूप से प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है, शनिवार को ऐतिहासिक तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ लेंगे. तेलुगु देशम पार्टी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू और जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार सहित तमाम एनडीए दलों ने अपना समर्थन पत्र दे दिया है. सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया कि तेलुगु देशम पार्टी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने भाजपा के साथ लोकसभा अध्यक्ष की सीट और हर तीन सांसदों पर एक मंत्री पद का मांग की है. वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी अपनी पार्टी के लिए कई मांगें रखी हैं. 2019 में तब बीजेपी ने एक से अधिक मंत्री पद देने की मांग ठुकरा दी थी, वो अपने राज्य के लिए विशेष दर्जा भी चाहते थे, लेकिन इस बार परिस्थिति बदल गई है. भाजपा बहुमत के आंकड़े से काफी पीछे रह गई है, ऐसे में उसके सामने गठबंधन के साथ आगे बढ़ने का ही एकमात्र रास्ता है. हालांकि, सवाल उठ रहे हैं कि क्या 2014 से अपने दम पर फैसले लेने की आदी भाजपा सहयोगियों के साथ मिलकर काम कर पाएगी. हालांकि, बीजेपी को समर्थन पत्र सौंपने के बाद से इंडिया गठबंधन को निराशा जरूर हुई है. नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू दोनों ही पहले विपक्ष का हिस्सा रहे हैं और अब एनडीए का हिस्सा हैं. नीतीश कुमार ने चार महीने पहले ही विपक्षी इंडिया गठबंधन को बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, लेकिन फिर कुछ बातों से खफा होकर उन्होंने फिर पाला बदल लिया. नायडू, भी पिछले आम चुनाव से पहले एनडीए छोड़कर विपक्ष का हिस्सा बन गए थे, लेकिन इस साल फरवरी में उन्होंने भी यू-टर्न ले लिया. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने चुटकी लेते एक्स पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें चंद्रबाबू नायडू को बीजेपी की आलोचना करते हुए देखा जा सकता है. एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में उन्हें ये कहते हुए सुना गया, “सभी नेता नरेंद्र मोदी से बेहतर हैं.” भाजपा ने इस बार 240 सीटें जीती हैं, वहीं एनडीए के सहयोगी दलों के साथ ये आंकड़ा बढ़कर 293 पहुंच गया है. इसमें 28 सीटें नायडू और नीतीश कुमार की पार्टी के भी हैं. वहीं इंडिया ब्लॉक के पास 232 सीटें हैं, जिनमें से अकेले 99 कांग्रेस ने जाती हैं. Post navigation गंवानी पड़ी थी सरकार, छिनी गई पिता की विरासत, जानें 2024 के कैसे फाइटर बनकर आए उद्धव ठाकरे सिर्फ 5 सीट पाकर भी हनुमान से राजा बन गए चिराग