भ्रष्टाचार को लेकर अगले कार्यकाल में पीएम मोदी की क्या है रणनीति?
पीएम मोदी ने कहा कि भारत के लोग भ्रष्टाचार से तंग आ चुके हैं. दीमक की तरह भ्रष्टाचार देश की सारी व्यवस्थाओं को खोखला कर रहा है. भ्रष्टाचार के लिए आवाज भी बहुत उठती है. जब मैं 2013-14 में चुनाव के समय भाषण करता था और मैं भ्रष्टाचार की बातें बताता था तो लोग अपना रोष व्यक्त करते थे. लोग चाहते थे कि हां कुछ होना चाहिए. अब हमने आकर सिस्टमैटिकली उन चीजों को करने पर बल दिया कि सिस्टम में ऐसे कौन से दोष हैं अगर देश पॉलिसी ड्रिवन है, ब्लैक एंड व्हाइट में चीजें उपलब्ध हैं कि भई ये कर सकते हो, ये नहीं कर सकते हो. ये आपकी लिमिट है, इस लिमिट के बाहर जाना है तो आप नहीं कर सकते हो, कोई और करेगा मैंने उस पर बल दिया.
पीएम ने कहा कि भारत विविधताओं से भरा हुआ है और कोई देश एक पिलर पर बड़ा नहीं हो सकता है. मैंने एक मिशन लिया. हर डिस्ट्रिक्ट का, ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट’ पर बल दिया, क्यों? भारत इतना विविधता भरा देश है, हर डिस्ट्रिक्ट के पास अपनी अलग ताकत है. मैं चाहता हूं कि इसको हम लोगों के सामने लाएं और आज मैं कभी विदेश जाता हूं तो मुझे चीजें कौन सी ले जाऊंगा. वो उलझन नहीं होती है. मैं सिर्फ ‘वन डिस्ट्रिक, वन प्रोडक्ट’ का कैटलॉग देखता हूं. तो, मुझे लगता है यूरोप जाऊंगा तो यह लेकर जाऊंगा. अफ्रीका जाऊंगा तो यह लेकर जाऊंगा. और, हर एक को लगता है एक देश में. यह एक पहलू है.
फर्स्ट टाइम वोटर्स को पीएम मोदी कैसे करते हैं कनेक्ट?
एक मैं उनके एस्पिरेशन को समझ पाता हूं. जो पुरानी सोच है कि वह घर में अपने पहले पांच थे तो अब 7 में जाएगा सात से नौ, ऐसा नहीं है. वह पांच से भी सीधा 100 पर जाना चाहता है. आज का यूथ हर क्षेत्र में, वह बड़ा जंप लगाना चाहता है. हमें वह लॉन्चिंग पैड क्रिएट करना चाहिए, ताकि हमारे यूथ के एस्पिरेशन को हम फुलफिल कर सकें. इसलिए यूथ को समझना चाहिए. मैं ‘परीक्षा पर चर्चा’ करता हूं और मैंने देखा है कि मुझे लाखों युवकों से ऐसी बात करने का मौका मिलता है जो ‘परीक्षा पर चर्चा’ की चर्चा करते हैं. लेकिन, वह मेरे साथ 10 साल के बाद की बात करता है. मतलब वह एक नई जनरेशन है. अगर सरकार और सरकार की लीडरशिप इस नई जनरेशन के एस्पिरेशन को समझने में विफल हो गई तो बहुत बड़ी गैप हो जाएगी.