हरियाणा के नए सीएम नायब सिंह सैनी (Haryana New CM Naya Singh Saini) BJP प्रदेशाध्यक्ष और कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से BJP के सांसद हैं. वह संसद में श्रम की स्थायी समिति के सदस्य भी हैं. पिछले साल अक्टूबर में उन्हेंने बीजेपी राज्य प्रमुख नियुक्त किया गया था.
नई दिल्ली:
मनोहरलाल खट्टर के इस्तीफे के बाद अब नायब सिंह सैनी हरियाणा के नए मुख्यमंत्री (Haryana New CM Nayab Singh Saini) होंगे. नायब सिंह सैनी का ओबीसी और अन्य पिछड़ा वर्ग में काफी प्रभाव है. वह कुरुक्षेत्र से बीजेपी के लोकसभा सांसद हैं. आज, मंगलवार शाम 5 बजे नायब सिंह सैनी हरियाणा के नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे. नायब सैनी को हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर का करीबी माना जाता है.
मेरठ की CCU यूनिवर्सिटी से की कानून की पढ़ाई
नायब सिंह सैनी का जन्म अम्बाला के गांव मीज़ापुर माजरा में 25 जनवरी, 1970 को हुआ था. वह अंबाला जिले के नारायणगढ़ विधानसभा के गांव मिर्जापुर के रहने वाले है. नायब सिंह सैनी की उम्र 54 साल है. उन्होंने मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से एलएलबी की पढ़ाई की है. वह एक किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं. उन्होंने मुज़फ़्फ़रपुर (बिहार) के बी.आर.अम्बेडकर बिहार यूनिवर्सिटी से भी शिक्षा हासिल की.
नयाब सिंह सैनी का राजनीतिक करियर
हरियाणा के नए सीएम नायब सिंह सैनी हरियाणा BJP के प्रदेशाध्यक्ष और कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से BJP के सांसद हैं. वह संसद में श्रम की स्थायी समिति के सदस्य भी हैं. पिछले साल अक्टूबर में उन्हेंने बीजेपी राज्य प्रमुख नियुक्त किया गया था. वह RSS से भी जुड़े रहे हैं. साल 1996 में नायब सिंह सैनी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत बीजेपी संगठन में एंट्री के साथ की थी. साल 2000 तक उन्होंने यहां कामकाज किया. संगठन में वह अलग-अलग पदों पर रहे. साल 2002 में उनको अंबाला में युवा विंग के जिला महासचिव रहे. साल 2005 में वह अंबाला में जिला अध्यक्ष बनाए गए. पार्टी के लिए उनके समर्पण भाव को देखते हुए साल 2009 में वह हरियाणा में बीजेपी किसान मोर्चा के राज्य महासचिव बनाए गए. साल 2012 में प्रमोशन के बाद नायब सिंह सैनी को अंबाला बीजेपी जिला अध्यक्ष बनाया गया, इस दौरान उन्होंने अलग-अलग पदों पर सेवाएं दीं.
साल 2014 में पहली बार बने विधायक
नायब सिंह सैनी के राजनीतिक करियर नें तब और चमक उठा, जब वह साल 2014 में पहली बार वह जिला अंबाला की नारायणगढ़ विधानसभा से विधायक बने. बीजेपी ने उनको टिकट दिया और वह पार्टी के विश्वास पर खरे भी उतरे. साल 2016 में उनको हरियाणा सरकार में श्रम-रोजगार मंत्री बनाया गया. वह खान और भूविज्ञान मंत्री और नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री भी रहे. 2019 लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी और कांग्रेस प्रत्याशी निर्मल सिंह को 3 लाख 84 हजार 591 वोटों से हराकर विजय हासिल की थी. इस चुनाव में नायब सैनी को 6 लाख 88 हजार 629 वोट मिले थे, वहीं निर्मल सिंह को सिर्फ 3 लाख 84 हजार 591 वोट हालिस हुए थे.