दिल्ली की सभी लोकसभा सीटों पर पिछले चुनाव में भाजपा ने कब्जा जमाया था. ऐसे में भाजपा को रोकने के लिए आम आदमी पार्टी और कांग्रेस दिल्ली में एक साथ आए हैं, लेकिन अभी तक सीटों का बंटवारा नहीं हो सका है.
नई दिल्ली :
लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) को लेकर अब बहुत ही कम वक्त बचा है. इसके बावजूद इंडिया गठबंधन (INDIA Alliance) के घटक दलों के बीच ज्यादातर राज्यों में सीटों का बंटवारा नहीं हो सका है. आम आदमी पार्टी पंजाब में पहले ही अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी है. हालांकि दिल्ली में पार्टी कांग्रेस के साथ गठबंधन के लिए तैयार है. गठबंधन को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने एक सवाल के जवाब में कहा कि गठबंधन में बहुत देरी हो गई है. इसे पहले होना चाहिए था.
दिल्ली की सभी लोकसभा सीटों पर पिछले चुनाव में भाजपा ने कब्जा जमाया था. ऐसे में भाजपा को रोकने के लिए आम आदमी पार्टी और कांग्रेस दिल्ली में एक साथ आए हैं, लेकिन अभी तक सीटों का बंटवारा नहीं हो सका है. अरविंद केजरीवाल ने सीट बंटवारे के सवाल पर कहा कि देखिए अगले एक दो दिन में क्या होता है. साथ ही उन्होंने सीट बंटवारे पर कहा कि इसमें काफी देर हो गई है, इसे जल्दी होना चाहिए था. जब केजरीवाल से पूछा गया कि सीट बंटवारे की कल घोषणा हो जाएगी तो उन्होंने जवाब दिया कि पता नहीं.
इंडिया गठबंधन में शामिल तृणमूल कांग्रेस ने पहले ही पश्चिम बंगाल में सीटों के बंटवारे से इनकार कर दिया है. हालांकि गठबंधन के लिए बुधवार को सबसे अच्छी खबर उत्तर प्रदेश से आई है, जहां पर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीटों का बंटवारा हो गया है. यहां पर 17 सीटों पर कांग्रेस और शेष 63 सीटों पर समाजवादी पार्टी और अन्य दल चुनाव लड़ेंगे.
पंजाब में अलग, दिल्ली में रहेंगे साथ
अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में कहा था कि पंजाब में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने आपसी सहमति से अलग–अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया है. उन्होंने कहा था कि हमारे बीच कोई मनमुटाव नहीं है और दिल्ली में कांग्रेस से गठबंधन पर बातचीत जारी है.
इंडिया गठबंधन की मुश्किलें बढ़ीं
पंजाब, पश्चिम बंगाल के बाद अब नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने हाल ही में कहा था कि जम्मू-कश्मीर की सभी 5 लोकसभा सीटों पर उनकी पार्टी सभी सीटों पर अकेले लड़ेगी. उधर, बिहार में नीतीश कुमार और उत्तर प्रदेश में जयंत चौधरी के अलग होने के बाद इंडिया गठबंधन की मुश्किलें बढ़ गई हैं.