पश्चिम बंगाल के संदेशखाली मामले ने पहले से ही राज्य की राजनीति गरमाई हुई है. अब बीजेपी कार्यकर्ता और सिख IPS अधिकारी के बीच का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो ने सत्ता पक्ष को विपक्ष पर वार करने का नया मौका दे रहा है.
कोलकाता:
पश्चिम बंगाल में संदेशखाली मामले को लेकर राजनीतिक विवाद बढ़ता जा रहा है. इस बीच एक वीडियो सामने आया है, जिसमें BJP समर्थक और नेता विरोध प्रदर्शन के दौरान एक सिख IPS अधिकारी को खालिस्तानी कह रहे हैं. बंगाल की सीएम ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने इसका वीडियो शेयर कर BJP को आड़े हाथ लिया है.
ममता बनर्जी ने X पर लिखा, “बीजेपी सोचती है कि पगड़ी पहनने वाला हर व्यक्ति खालिस्तानी है. BJP की विभाजनकारी राजनीति ने संवैधानिक सीमाओं को बेशर्मी से लांघ दिया. मैं राष्ट्र के प्रति बलिदान और अटूट दृढ़ संकल्प वाले सिख भाई-बहनों की प्रतिष्ठा को कमजोर करने के दुस्साहसिक प्रयास की निंदा करती हूं.”
माहौल बिगाड़ने वालों पर करेंगे कार्रवाई-ममता
ममता ने कहा, “हम राज्य में सामाजिक सौहार्द बनाए रखने के लिए प्रतिबद्व हैं. राज्य में कानून-व्यवस्था बिगाड़ने वालों के खिलाफ नियमों के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी. ”
पुलिस अधिकारी ने जताया विरोध
वीडियो में दिख रहा है कि सिख भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी जसप्रीत सिंह प्रदर्शन कर रहे बीजेपी नेताओं से बातचीत कर रहे हैं. तभी उनको खालिस्तानी कहा जाता है. पुलिस अधिकारी इससे नाराज हो जाते हैं और तुरंत विरोध जताते हैं.
संदेशखाली में माहौल तनावपूर्ण
बता दें कि बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली इलाके में स्थानीय महिलाओं ने तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता शाहजहां शेख और उसके साथियों पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. इसके बाद बीजेपी और कांग्रेस ममता बनर्जी सरकार पर हमलावर है. वहीं, संदेशखाली में माहौल तनावपूर्ण है. यहां अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है.
कलकत्ता हाईकोर्ट ने बंगाल सरकार को लगाई फटकार
इस बीच संदेशखाली केस को लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने मंगलवार को बंगाल सरकार को फटकार लगाई. कोर्ट ने कहा- “शुरुआती तौर पर ये साफ है कि टीएमसी नेता शाहजहां ने लोगों को नुकसान पहुंचाया. जिस शाहजहां पर रेप और जमीन हड़पने के आरोप हैं, ऐसा लगता है कि वो पुलिस की पहुंच से बाहर है.”
बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी को संदेशखाली जाने की इजाजत
हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच के आदेश के बाद बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी मंगलवार को संदेशखाली पहुंचे. डिवीजन बेंच ने उन्हें जाने की इजाजत देते हुए शर्त रखी कि शुभेंदु के साथ सिर्फ उनकी सिक्योरिटी के लोग ही हिंसा प्रभावित इलाके में जाएंगे. हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने सोमवार को उन्हें संदेशखाली जाने की इजाजत दी थी.