कार्ति चिदंबरम के करीबी सूत्रों ने दावा किया है कि किसी सांसद को नोटिस जारी करने का अधिकार केवल अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पास है.

नई दिल्ली: 

पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम (P Chidambaram) के बेटे और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कार्ति चिदंबरम (Karti Chidambaram) को राहुल गांधी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उनकी कथित टिप्पणियों को लेकर कांग्रेस पार्टी ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है. गौरतलब है कि हाल ही में थांथी टीवी के साथ एक साक्षात्कार में कार्ति चिदंबरम ने स्पष्ट रूप से कहा था कि पीएम मोदी “राहुल गांधी से अधिक लोकप्रिय हैं.” उसी साक्षात्कार में, उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVM) पर भी विश्वास व्यक्त किया था. जिसके बाद से उनकी पार्टी उनसे नाराज चल रही है.

कार्ति चिदंबरम के करीबी सूत्रों ने क्या कहा?

कार्ति चिदंबरम के करीबी सूत्रों ने दावा किया है कि किसी सांसद को नोटिस जारी करने का अधिकार केवल अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पास है. हालांकि, तमिलनाडु कांग्रेस ने ऐसा कदम उठाया है. कारण बताओ नोटिस को लेकर कई तरह की अटकलें भी लगायी जा रही है. अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि कारण बताओ नोटिस का उद्देश्य रणनीतिक रूप से तमिलनाडु कांग्रेस प्रमुख के रूप में कार्ति चिदंबरम की संभावित उम्मीदवारी को रोकना हो सकता है.

तमिलनाडु कांग्रेस में बढ़ सकता है विवाद! 

हालांकि लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी के प्रदेश नेतृत्व के द्वारा एक वरिष्ठ नेता को भेजे गए नोटिस के बाद इस बात की चर्चा को बल मिलने लगा है कि तमिलनाडु कांग्रेस में सबकुठ ठीक नहीं चल रहा है. तमिलनाडु में लोकसभा की 39 सीटें हैं. जहां डीएमके के साथ कांग्रेस पार्टी की सरकार है. इंडिया गठबंधन के लिए तमिलनाडु को एक मजबूत राज्य के तौर पर देखा जाता रहा है.

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