बता दें कि देश में कोविड-19 के वर्तमान में 90 प्रतिशत से अधिक मामले गंभीर नहीं हैं और संक्रमित लोग अपने घरों में ही पृथक-वास में रह रहे हैं.

केरल में आठ दिसंबर को कोविड-19 (Covid-19) के उप-स्वरूप जेएन-1 का एक मामला सामने आया है. उन्होंने बताया कि 79 वर्षीय महिला के नमूने की 18 नवंबर को आरटी-पीसीआर जांच की गई थी, जो संक्रमित पाया गया. महिला में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों (आईएलआई) के हल्के लक्षण थे और वह कोविड-19 से उबर चुकी हैं.

समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए, INSACOG प्रमुख एनके अरोड़ा ने कहा कि ये वेरिएंट नवंबर में रिपोर्ट किया गया. यह BA.2.86 का एक सबवेरिएंट है. हमारे पास JN.1 के कुछ मामले हैं.भारत निगरानी रख रहा है और यही कारण है कि अब तक किसी के अस्पताल में भर्ती होने या इसके गंभीर होने की सूचना नहीं मिली है.

देश में कोविड-19 के 90 प्रतिशत से अधिक मामले गंभीर नहीं

बता दें कि देश में कोविड-19 के वर्तमान में 90 प्रतिशत से अधिक मामले गंभीर नहीं हैं और संक्रमित लोग अपने घरों में ही पृथक-वास में रह रहे हैं. इससे पहले सिंगापुर में एक भारतीय यात्री में जेएन.1 संक्रमण का पता चला था. यह व्यक्ति तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली जिले का मूल निवासी है और उसने 25 अक्टूबर को सिंगापुर की यात्रा की थी.

तिरुचिरापल्ली जिले या तमिलनाडु के अन्य स्थानों में जेएन.1 से संक्रमण के मामले सामने आने के बावजूद मामलों में वृद्धि दर्ज नहीं हुई. कोविड-19 के उप-स्वरूप जेएन-1 की पहचान पहली बार लक्जमबर्ग में की गई थी. कई देशों फैला यह संक्रमण पिरोलो स्वरूप (बीए.2.86) से संबंधित है.

सिंगापुर में कहर बरपा रहा है ये वेरिएंट

बता दें कि सिंगापुर में कोविड-19 के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, ऐसे में देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर मास्क लगाने की अपील की है.मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि तीन से नौ दिसंबर तक कोविड​​-19 के मामले बढ़कर 56,043 हो गए, जो पिछले सप्ताह 32,035 थे, इस प्रकार से संक्रमण के मामले 75 प्रतिशत बढ़े हैं.संक्रमण के इन मामलों में अधिकतर मामले जेएन.1 वैरिएंट के हैं जो बीए.2.86 का सबलीनिएज (उपवंश) है.

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