चट्टानें गिरने से कई वाहन मलबे में दब गए हैं। एचआरटीसी बस और अन्य वाहनों में कितने लोग सवार थे, अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के निगुलसेरी नेशनल हाईवे-5 पर चील जंगल के पास चट्टानें गिरने की घटना सामने आई है। इस हादसे में एचआरटीसी बस की चपेट में आने की सूचना है। बताया जा रहा है कि चट्टानें गिरने से एचआरटीसी बस मलबे में दब गई है। सूचना मिलते ही प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर रवाना हो गई है।
बताया जा रहा है कि किन्नौर जिले मे मूरंग हरिद्वार रूट की यह बस है। अभी तक प्रशासन की ओर से कोई पुष्टि नहीं हुई है। चट्टानें गिरने से कई वाहन मलबे में दब गए हैं। एचआरटीसी बस और अन्य वाहनों में कितने लोग सवार थे, अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।
गौरतलब है कि 25 जुलाई 2021 को किन्नौर जिले के बटसेरी में सांगला-छितकुल मार्ग पर पहाड़ी से दरकी चट्टानों की चपेट में एक पर्यटक वाहन आ गया था। हादसे में टेंपो ट्रैवलर में सवार नौ पर्यटकों की मौत हो गई थी। हादसा इतना भयानक था कि वाहन को चट्टानों ने हवा में ही उड़ा दिया था और 600 मीटर नीचे बास्पा नदी के किनारे दूसरी सड़क पर जा गिरा था।
मृतकों में मां और पुत्र-पुत्री समेत 4 राजस्थान के, छत्तीसगढ़ के दो, महाराष्ट्र और दिल्ली का एक-एक पर्यटक था। सभी पर्यटक दिल्ली से ट्रैवल एजेंसी के वाहन में किन्नौर घूमने आए थे। पहाड़ी से गिरे बड़े पत्थर से बटसेरी स्थित बास्पा नदी पर बना 120 मीटर लंबा लोहे का पुल भी पलक झपकते ही धराशायी हो गया था।