राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन ने कहा कि युवा देश के भविष्य हैं और उन्हें राष्ट्र निर्माण के लिए आगे आना चाहिए और राष्ट्र निर्माण में बढ़-चढ़ कर भागीदारी करनी चाहिए। उन्होंने युवाओं से कहा कि उन्हे देश के प्रति गौरवान्वित होना चाहिए। राज्यपाल श्री हरिचंदन ने सीआईआई और यंग इंडियन द्वारा आयोजित कार्यक्रम के दौरान उक्त उद्गार व्यक्त किये।
राज्यपाल श्री हरिचंदन ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया को शांति का संदेश दे रहा है उन्होंने कहा कि हाल ही में संपन्न हुए जी-20 सम्मेलन में भारत की समृद्ध विरासत एवं प्रजातांत्रिक व्यवस्था से सभी देशों के जी-20 देशों के नेतृत्व कर्ता के रूप में भारत ने वैश्विक स्तर पर अपनी गहरी छाप छोड़ी है। जी-20 देशों के सम्मेलन के सफल आयोजन ने हमारे देश की साख को बढ़ाया है। यह वर्ष भारत के लिए अवसर लेकर आया है कि ‘वसुधैव कुटुम्बकम‘् के हमारे विचार को साकार करें और पृथ्वी को सुरक्षित एवं हरित बनाने में अपने योगदान को विश्व में मान्यता दिलाये, जिसमे युवाओं की अहम भूमिका होगी।
राज्यपाल ने कहा कि युवा देश की जीवंत क्षमता का प्रतिनिधित्व करता है, जो प्रगति और समृद्धि के भावी वास्तुकारों का प्रतीक है। उनकी जीवटता, रचनात्मकता और अनुकूलनशीलता हमारे समाज के लिए अमूल्य संपत्ति हैं। हालाँकि, इस क्षमता का प्रभावी ढंग से उपयोग करने के लिए, उन्हें सही कौशल के साथ सशक्त बनाना महत्वपूर्ण है। युवाओं को कौशल प्रदान करना न केवल उन्हें आधुनिक नौकरी बाजार की मांगों को पूरा करने के लिए तैयार करता है बल्कि नवाचार, उद्यमशीलता और समग्र सामाजिक-आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देता है।
उन्होने कहा कि देश के एक करोड़ से अधिक युवा प्रशिक्षित होकर आत्मनिर्भर बने हैं। उभरते उद्यमियों और छात्रों के लिए ‘‘प्रधानमंत्री युवा उद्यमिता विकास अभियान योजना‘‘ शुरू की गई है। हमारा धैर्य और प्रतिबद्धता ही हमारे देश को सफलता के शिखर पर ले जाएगी। उन्होने कहा कि हमें मजबूत, जागरूक और सक्षम बनने के लिए मिलकर काम करना होगा। जीवन में सफल होने के बाद युवाओं को समाज और राष्ट्र को कुछ लौटाना चाहिए।
इस अवसर पर सीआईआई के चेयरमेन श्री सिद्धार्थ अग्रवाल, यंग इंडियन के श्री आलोक अग्रवाल ने भी सम्मेलन को संबोधित किया। राज्यपाल ने राज्य की विभिन्न औद्योगिक ईकाईयों एवं संस्थाओं को पर्यावरण संरक्षण एवं सुरक्षा मानकों के संदर्भ मंे उत्कृष्ट गुणवत्ता के लिए पुरस्कृत भी किया। कार्यक्रम में राज्यपाल को स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस अवसर पर शिक्षाविद्, विद्यार्थी, औद्योगिक इकाइयों  के पदाधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। कार्यक्रम में प्रेरणा स्कूल की दृष्टिबाधित बालिकाओं ने सुमधुर स्वागत गीत प्रस्तुत किया।

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