सज-धज कर तैयार चक्रधर समारोह का मंच
उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल करेंगे उद्घाटन
तीन दिवसीय समारोह में लोक कला की बिखरेगी छटा
38 वें चक्रधर समारोह का आगाज 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी के साथ रायगढ़ में होने जा रहा हैं। कलाकारों के उम्दा प्रस्तुति का गवाह बनने चक्रधर समारोह का मंच सज-धज कर तैयार हो चुका है। यहां तीन दिनों तक नृत्य और संगीत का मनमोहक संगम देखने को मिलेगा।
गौरतलब है कि 19 से 21 सितंबर तक कला और संस्कृति को समर्पित चक्रधर समारोह का नगर निगम ऑडिटोरियम में गरिमापूर्ण आयोजन होने जा रहा है। जिसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। कार्यक्रम स्थल का रंग-रोगन किया गया है। साज-सज्जा के साथ समारोह का मंच अपने अतिथि कलाकारों के स्वागत हेतु आतुर है। मालूम हो कि इस बार का चक्रधर समारोह विशेष होने जा रहा है। स्थानीय कलाकारों की बहुआयामी प्रतिभा से सजे समारोह के साक्षी बनने का मौका दर्शकों को मिलेगा।
कार्यक्रम की तय रूपरेखा के अनुसार 19 सितंबर को शाम 6 बजे से उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमेश पटेल के मुख्य आतिथ्य में समारोह का शुभारंभ होगा। उद्घाटन के अवसर पर श्री वेदमणि सिंह ठाकुर एवं ग्रुप रायगढ़ गणेश वंदना की प्रस्तुति देंगे। चक्रधर कला एवं संगीत विद्यालय, रायगढ़ द्वारा राज्यगीत (नृत्य के साथ), पं.परितोष पोहनकर द्वारा शास्त्रीय गायन की प्रस्तुति देंगे। इसी तरह श्रीमती सोमा दास एवं ग्रुप चक्रधर बाल सदन रायगढ़ की बालिकाओं द्वारा कथक नृत्य की विशेष प्रस्तुति, डॉ.विनोद मिश्र (ख्याल एवं ढुमरी)पर शास्त्रीय गायन, सुश्री आर्या नंदे ‘‘श्रीधारा’’ द्वारा ओडिसी नृत्य, सुश्री गीतिका ठेठवार द्वारा बांसुरी वादन, सुश्री मधुमिता नकवी द्वारा शास्त्रीय गायन, सुश्री अंजली शर्मा द्वारा कथक नृत्य, श्री प्रफुल्ल सिंह गहलोत द्वारा कथक नृत्य एवं श्री दीपक आचार्य एवं ग्रुप रायगढ़ छत्तीसगढ़ी लोक-संगीत रंग की प्रस्तुति देंगे।
चक्रधर समारोह में 20 सितम्बर को दोपहर 12 से शाम 05 बजे तक ओपी जिंदल स्कूल, तराईमाल द्वारा देशभक्ति, न्यू होराइजन स्कूल रायगढ़ द्वारा छत्तीसगढ़ी नृत्य, संस्कार पब्लिक स्कूल रायगढ़ द्वारा ईश्वर भक्ति पर सेमी क्लासिकल, विद्या विकास कांसेप्ट स्कूल रायगढ़ द्वारा कृष्ण लीला नृत्य पर प्रस्तुति देंगे। इसी प्रकार सेंट जेंवियर्स स्कूल रायगढ़ द्वारा राजस्थानी और हरियाणवी, ओपी जिंदल स्कूल पतरापाली द्वारा शिव तांडव पर कथक एवं भरतनाट्यम, जीजी बोर्डिग स्कूल धनुवारडेरा द्वारा गुजराती नृत्य, आदर्श ग्राम्य भारती किरोड़ीमल नगर रायगढ़ द्वारा संबलपुरी गीत (केसरी लो) पर रास, सेजेस शासकीय स्कूल तमनार द्वारा छत्तीसगढ़ी नृत्य, साधुराम विद्या मंदिर रायगढ़ द्वारा दुर्गा एवं काली पर आधारित मराठी नृत्य, कार्मेल हिन्दी माध्यम स्कूल रायगढ़ द्वारा देश भक्ति गीत पर नृत्य की प्रस्तुति देंगे।
20 सितम्बर को शाम 6 बजे सेे सुश्री आनंदिता तिवारी द्वारा कथक नृत्य श्री मनोज जायसवाल द्वारा सितार वादन, सुश्री ज्योतिश्री बोहिदार (रायगढ़ घराना) द्वारा कथक नृत्य, श्री गरीब दास महंत रायगढ़ द्वारा तबला वादन, सुश्री नेहा बनर्जी द्वारा कथक नृत्य, सुश्री आरती सिंह द्वारा लोक संगीत (लोकचंदा), सुश्री घनिष्ठा दुबे (रायगढ़ घराना) द्वारा कथक नृत्य, मो.रौशन अली रायगढ़ द्वारा देशभक्ति एवं भजन गायन, श्री हुतेन्द्र ईश्वर शर्मा रायगढ़ द्वारा लोक रंग नाचा, कु.श्रुतिदास रायगढ़ द्वारा ओडिसी नृत्य, मो.अयान द्वारा पियानो वादन एवं सुश्री ऐश्वर्या पंडित गायन की प्रस्तुति देंगी।
इसी प्रकार 21 सितम्बर को दोपहर 12 से 04 बजे तक सुश्री धरित्री सिंह चौहान पुसौर द्वारा कथक, सुश्री शार्वी सिंह परिहार द्वारा कथक, श्री शेखर गिरी एवं ग्रुप द्वारा पंथी नृत्य, विजय शर्मा द्वारा जसगान एवं लोक गायन तथा नृत्य, सुश्री गीतिका वैष्णव द्वारा महिषासुर मर्दिनी/लोकगायन/नृत्य, श्री मनोज तिवारी द्वारा जस जागरण लोक सांस्कृतिक कार्यक्रम, सुश्री अनंता पाण्डेय द्वारा कथक, श्री ललित यादव द्वारा सुगम संगीत भजन, सुश्री पर्ल मोटवानी द्वारा शास्त्रीय गायन, डॉ.दीपिका सरकार एवं गुप द्वारा भरत नाट्यम, श्री हरे कृष्ण तिवारी द्वार बांसुरी वादन, सुश्री शार्वी केशरवानी द्वारा कथक एवं श्री विजय सिंह द्वारा छत्तीसगढ़ी लोक गीत की प्रस्तुति दी जाएगी।
21 सितम्बर को शाम 6 बजे से इंदिरा संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ द्वारा विशिष्ट कार्यक्रम की प्रस्तुतियां होगी। सुश्री तब्बू परबीन (रायगढ़ घराना) द्वारा कथक नृत्य, श्री अनिल तांडी एवं ग्रुप भिलाई द्वारा भरत नाट्यम, सुश्री आशना दिल्लीवार द्वारा कथक नृत्य, श्री इबरार अहमद एवं संजय चौहान रायगढ़ द्वारा छत्तीसगढ़ी भजन/लोकगायन, सुश्री सुहानी स्वर्णकार सारंगढ़ द्वारा कथक नृत्य, डॉ.गौरव कुमार पाठक बिलासपुर द्वारा शास्त्रीय गायन एवं श्री युवराज सिंह आजाद एवं ग्रुप रायगढ़ द्वारा नाटक (इप्टा) की प्रस्तुति देंगे।