मिशन चंद्रयान पर शासकीय दानी कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला रायपुर में व्याख्यान आयोजित किया। भारत के अंतरिक्ष अभियान के महत्व और उनकी उपलब्धियों को बताने तथा विद्यार्थियों में विज्ञान के प्रति रूचि पैदा करने के लिए विज्ञान सभा द्वारा यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। छत्तीसगढ़ रीजनल साइंस सेन्टर के महानिदेशक श्री एस.एस. बजाज मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।

पंडित रविशंकर शुक्ल विश्व विद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. एस.के. पांडेय ने चंद्रयान मिशन एक, दो तथा तीन के बारे में पॉवर पांइट प्रजेन्टेशन के माध्यम से व्याख्यान दिया। इस अवसर प्रो. पांडेय द्वारा इसरो के चंद्रयान मिशन, इसके समकक्ष दूसरे देशों के चंद्र अभियानों और अंतरिक्ष से जुड़े सवालों के जवाब दिए। इस पॉपुलर साइंस लेक्चर के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ रीजनल साइंस सेन्टर के महानिदेशक एस.एस. बजाज ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की सहायता से छत्तीसगढ़ में स्पेस टेक्नालॉजी के उपयोग हेतु किए जा रहे कार्यों के बारे में बताया। इसके अलावा उन्होंने विद्यार्थियों और आम लोगों के बीच छत्तीसगढ़ काउंसलि ऑफ साइंस एण्ड टेक्नालॉजी द्वारा संचालित विभिन्न लोकप्रिय विज्ञान कार्यक्रमों की जानकारी दी। विज्ञान सभा के कार्यकारी अध्यक्ष श्री विश्वास राव मेश्राम ने बताया कि चन्द्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर मिशन चन्द्रयान-3 के रोवर की साफ्ट लैडिंग 23 अगस्त की शाम 6.04 मिनट बजे संभावित है। इसके सफल होने पर चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला भारत दुनिया का पहल देश होगा। रूस के लूना 25 मिशन के असफल होने के बाद दुनियाभर के अंतरिक्ष वैज्ञानिक इस चन्द्रयान-3 मिशन को बड़ी उम्मीद के साथ देख रहे हैं। इस मौके पर विज्ञान सभा रायपुर इकाई की संयोजिका अंजु मेश्राम, पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय रायपुर के प्रोफेसर डॉ. लक्ष्मीकांत चावरे ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

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