छत्तीसगढ़। महासमुंद जिले में 31 जुलाई को एक फैक्ट्री में बड़ा हादसा हुआ था जिसमें श्रमिक बुरी तरह से झूला चुके थे, मामले में चारों घायल श्रमिकों को राजधानी रायपुर के कालड़ा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. जिसमें एक श्रमिक की बीती रात मौत हो गई। मृतक का नाम मक्केश्वर राय उम्र 35 वर्ष बिहार निवासी आसपास के लोगों ने इस मामले को लेकर मीडिया से मदद मांगी है कि फैक्ट्री के मालिक मृतक को ना देखने आए हैं और ना ही उसके इलाज की भरपाई करने को तैयार है आपको बता दें कि यह हादसा 31 जुलाई की दोपहर को हुआ था जिसमें टायर से तेल निकालने वाली फैक्ट्री में अचानक विस्फोट होने से 4 श्रमिक बुरी तरह से झुलस चुके थे, राजधानी रायपुर के अस्पताल में भर्ती कराया गया था एक श्रमिक की मौत होने के बाद लोगों ने फैक्ट्री के मालिक को जब फोन किया तो उनके द्वारा फोन नहीं उठाया गया लोगों ने बताया कि मृतक की शादी हो चुकी और उसकी दो लड़कियां है।
टायर से तेल बनाने वाली फैक्ट्री संचालित करने की अनुमति या लाइसेंस किसी को भी नहीं दी गई है. सीएम भूपेश बघेल द्वारा इस बड़ी घटना को गंभीरता से लेते हुए जांच करने के निर्देश देना चाहिए और कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। वही बिना लाइसेंस के फैक्ट्री का संचालन किया जा रहा है, पर्यावरण विभाग द्वारा किसी भी प्रकार की अनुमति नहीं दी गई है. सुरक्षागत दृष्टि से देखा जाए तो समय पर इस फैक्ट्री के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. सुप्रीम कोर्ट और पर्यावरण विभाग ने इसे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना है।
बिरकोनी के ग्रामीणों द्वारा फर्नेश ऑयल कंपनी को बंद करने के लिए कई बार जिला प्रशासन व शासन स्तर पर मांग कर ज्ञापन सौंपा गया है, लेकिन शासन व प्रशासन की मिली भगत से यह कंपनी चल रहा है। चार साल पूर्व इस कंपनी का विद्युत कनेक्शन भी काटा गया था, इसके बाद फिर से शुरू हो गया है। इस फैक्ट्री से निकलने वाले काले व चूर्ण व हवा से ग्रामीण परेशान है। वहीं इस कंपनी से ग्रामीण क्षेत्र का पर्यावरण भी प्रदूषित हो रहा है। कई संघों के द्वारा भी फैक्ट्री बंद करने के लिए आंदोलन भी किया गया है।