आप का कहना है कि केंद्र द्वारा 19 मई को जारी अध्यादेश में राष्ट्रीय राजधानी सिविल सेवा प्राधिकरण की स्थापना का प्रावधान किया गया, जिसने सेवाओं से संबंधित मामलों पर कार्यकारी नियंत्रण को अपने अधिकार क्षेत्र में ले लिया है.
नई दिल्ली:
दिल्ली में अफसरों के ट्रांसर्फर-पोस्टिंग के मामले को लेकर केंद्र सरकार के लाए गए अध्यादेश के खिलाफ आज आम आदमी पार्टी (AAP) राष्ट्रीय राजधानी के रामलीला मैदान में महारैली कर रही है. आप का दावा है कि इस रैली में एक लाख से ज्यादा लोग शामिल होंगे. वहीं दिल्ली की मंत्री आतिशी का कहना है कि ये महारैली अरविंद केजरीवाल की नहीं, बल्कि दिल्ली के लोगों की महारैली है.
आतिशी ने कहा कि आज दिल्ली के लोग अपने वोट का अधिकार बचाने के लिए इकट्ठा हो रहे हैं. दिल्ली की चुनी हुई सरकार से उसकी ताकत छीनना, दिल्ली की जनता के मुंह पर तमाचा मारने के समान है.
उन्होंने कहा कि आज दिल्ली के लोग रामलीला मैदान में अपने वोट की ताकत और देश के संविधान को बचाने के लिए आ रहे हैं. ये लड़ाई आम आदमी पार्टी की नहीं, ये लड़ाई इस देश के लोकतंत्र को बचाने की है.
आम आदमी पार्टी ने कहा कि हमने लोगों को अध्यादेश और उनके दैनिक जीवन पर इसके प्रभाव से अवगत कराने के लिए व्यापक अभियान चलाया है. केंद्र द्वारा 19 मई को जारी अध्यादेश में राष्ट्रीय राजधानी सिविल सेवा प्राधिकरण की स्थापना का प्रावधान किया गया, जिसने सेवाओं से संबंधित मामलों पर कार्यकारी नियंत्रण को अपने अधिकार क्षेत्र में ले लिया है.
इस महारैली को लेकर सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं. रामलीला मैदान और उसके आसपास स्थानीय पुलिस के साथ अर्धसैनिक बलों की करीब 12 कंपनियां तैनात की गई हैं. सीसीटीवी से भी निगरानी की जा रही है. मैदान के प्रवेश द्वार पर मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं. रैली स्थल में प्रवेश करने वालों की तलाशी भी ली जा रही है.