दिल्ली के कृष्णा नगर में अमीर बनने के लिए आरोपियों ने मां-बेटी की हत्या कर दी, मामले में एक गायक सहित दो चचेरे भाई गिरफ्तार

नई दिल्ली : 

पूर्वी दिल्ली के कृष्णा नगर इलाके में 73 वर्षीय महिला और उसकी बेटी की हत्या करने और उनका कीमती सामान लूटने के आरोप में दो चचेरे भाइयों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि हत्या में शामिल एक आरोपी गायक है और वह ओवर-द-टॉप (OTT) मंच पर रिलीज होने वाली एक फिल्म के लिए गीत-संगीत तैयार कर रहा था.

उसने बताया कि आरोपियों ने अपनी साजिश को  ‘मिशन मालामाल’ कोडनेम दिया और इसके तहत इस हत्याकांड को अंजाम दिया. इस मिशन का मकसद जल्दी अमीर बनना था. पुलिस के मुताबिक, आरोपियों की पहचान किशन (28) और उसके चचेरे भाई अंकित कुमार सिंह (25) के रूप में हुई है और दोनों बिहार में सीवान जिले के निवासी हैं.

उन्होंने बताया कि किशन, फिलहाल दिल्ली के लक्ष्मी नगर इलाके में रहता था, जबकि अंकित ओटीटी मंच पर आने वाली एक फिल्म के लिए गीत और संगीत तैयार कर रहा था. अंकित सिंह एक गायक है, उसका एक संगीत बैंड भी है. वह न्यू अशोक नगर इलाके में गायन की कोचिंग देता था.

पुलिस ने बताया कि बुजुर्ग महिला राजरानी (73) और उनकी बेटी गिन्नी किरार (39) के शव 31 मई को कृष्णा नगर इलाके में क्षत-विक्षत हालत में मिले थे.

पुलिस को संदेह है कि दोनों ने वेब सीरीज से प्रभावित होकर घटना को अंजाम दिया. हालांकि पुलिस सटीक कारण का पता लगाने के लिए जांच कर रही है. कृष्णा नगर इलाके के ई-ब्लॉक में स्थित एक इमारत की पहली मंजिल के एक फ्लैट से दुर्गंध आने के बाद एक व्यक्ति ने बुधवार शाम को लगभग आठ बजे पुलिस को फोन किया. इसके बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और फ्लैट में मां-बेटी के शव मिले.

पुलिस उपायुक्त (शाहदरा) रोहित मीणा ने बताया कि जांच के दौरान, पुलिस ने आरोपियों के आने एवं जाने के रास्तों के 200 से अधिक कैमरों का विश्लेषण किया जिसमें आरोपियों को हत्या के बाद एक घर में घुसते हुए देखा गया. बाद में पुलिस ने वहां छापा मारा और मुख्य आरोपी किशन को पकड़ लिया. बाद में पुलिस ने दूसरे आरोपी अंकित सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया.

पुलिस ने बताया कि आरोपियों द्वारा अपराध में इस्तेमाल किए गए दो बैग, तीन लैपटॉप, दो चार्जर, तीन आईफोन तथा खून से सने कपड़े बरामद किए गए हैं.

मीणा ने बताया कि किशन एक कंपनी में विपणन प्रबंधक के रूप में काम करता था और उसने ट्यूशन पढ़ाने के लिए एक वेबसाइट पर आवेदन किया था. इसके बाद किशन राजरानी के संपर्क में आया, जिन्हें अपनी दिव्यांग बेटी के लिए कंप्यूटर सिखाने के वास्ते एक शिक्षक की आवश्यकता थी.

पुलिस उपायुक्त ने बताया कि किशन अप्रैल से राजरानी के घर ट्यूशन पढ़ाने जाने लगा और इस तरह वह परिवार के नजदीक आया. उन्होंने बताया कि राजरानी घर बदलकर लाजपत नगर इलाके में जाना चाहती थीं, जिसके लिए किशन ने उनकी मदद का आश्वासन दिया.

मीणा ने बताया कि खाता संबंधी जानकारी मिलने के बाद आरोपी को पता चला कि पीड़िताओं के खाते में 50 लाख रुपये से अधिक की राशि है. उन्होंने बताया कि इसके बाद आरोपियों ने मां-बेटी की हत्या कर जल्द अमीर बनने की साजिश रची.

पुलिस ने बताया कि शुरू में आरोपियों ने पीड़िताओं के बैंक खातों से कुछ अन्य खातों में पैसे भेजने की कोशिश की, लेकिन वे ऐसा करने में असमर्थ रहे क्योंकि उन खातों में ‘नेट बैंकिंग’ और एटीएम सुविधा उपलब्ध नहीं थी. पुलिस के मुताबिक, इसके बाद आरोपियों ने पीड़िताओं को लूटने की साजिश रची और 17 मई को व्हाट्सऐप पर अपनी साजिश को ‘‘मिशन मालामाल” नाम दिया.

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