स्वयं भी लिया मीठे दूध का स्वाद, पशुपालकों को दूध उत्पादन में वृद्धि हेतु किया आह्वान

कलेक्टर श्री राहुल देव आज पथरिया विकासखंड के आदर्श ग्राम पंचायत हथनीकला के आदर्श ग्राम पंचायत भवन में विश्व दुग्ध दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। इस दौरान उनका समूह की महिलाओं ने श्रीफल भेंटकर व गुलाल लगाकर स्वागत किया। इस दौरान कलेक्टर ने आंगनबाड़ी केन्द्र के नन्हें बच्चों को अपने हाथों से पौष्टिक एवं मीठे दूध का सेवन कराया और स्वयं भी मीठे दूध का स्वाद लिया। साथ ही उन्होंने जिले के पशपालकों को दूध उत्पादन में वृद्धि हेतु आह्वान किया।
कलेक्टर ने वहां स्व सहायता समूह की महिलाओं और पशुपालक किसानों से बातचीत की और उनके द्वारा किए जा रहे पशुपालन कार्य की जानकारी ली। इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कलेक्टर ने कहा कि हर साल 01 जून को ‘विश्व दुग्ध दिवस’ मनाया जाता है। विश्व दुग्ध दिवस का प्रमुख उद्देश्य लोगों के जीवन में दूध के मूल्य के बारे में जन जागरूकता बढ़ाना है। उन्होंने समूह की महिलाओं व पशुपालकों से कहा कि हम कोई भी गतिविधि करें, जिससे कम से कम दो पैसे की आमदनी हो, आप लोगो को सामाजिक एवं आर्थिक रूप से सक्षम और मजबूत बनना है। इस दिशा में आपके द्वारा किये जा रहे कार्य सराहनीय है। उन्होंने दुग्ध विक्रय से आय अर्जित करने के लिए जय माता स्व सहायता समूह व अग्रणी पशुपालकों एवं दुग्ध उत्पादकों को बधाई दी। साथ ही ग्राम हथनीकला में वर्ष 2017-18 से विभागीय राज्य पोषित डेयरी उद्यमिता विकास योजना अंतर्गत डेयरी स्थापित कर 800 लीटर प्रतिदिन दूध उत्पादन करने वाले श्री परमेश्वर ठाकुर के कार्यों की सराहना की।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री डी. एस. राजपूत ने कहा कि दूध के साथ इससे निर्मित दही, मक्खन, घी, पनीर, रबड़ी और अलग-अलग मिठाइयां इत्यादि भी हमारे सेहत के लिए लाभदायक होती हैं। मुंगेली एसडीएम सुश्री आकांक्षा शिक्षा खलखो ने कहा कि हम सभी बचपन से दूध के महत्व को जानते है। दूध का हमारे जीवन में बहुत महत्व है। हमे जीवन में दूध का उत्पादन और बढ़ाने की दिशा में कार्य करना है। पशु चिकित्सा सेवाएं डाॅ. आर. एम. त्रिपाठी ने बताया कि वर्ष 2001 में सर्वप्रथम विश्व दुग्ध दिवस मनाया गया था, तब से लगातार मनाया जा रहा है। उन्होंने दूध की पौष्टिकता व दूध में मौजूद प्रोटिन विटामिन एवं मिनरल के संबंध में जानकारी दी। इस अवसर पर संबंधित विभाग के अधिकारी और बड़ी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. एस. एम. पाण्डेय ने किया।

समूह को दुग्ध व्यवसाय से हो रही हैं 75 हजार रूपए की आमदनी

ग्राम हथनीकला में डेयरी उद्यमिता विकास योजना अंतर्गत महिला स्व-सहायता समूह द्वारा गौठान में सामुदायिक डेयरी का कार्य शुरू किया गया है। योजना अंतर्गत स्व सहायता समूह को 10 उन्नत नस्ल के दुधारू गाय से लगभग 80 लीटर दुध प्रतिदिन उत्पादन हो रहा है। उक्त दूध को दुग्ध सेवा सहकारी समिति गीधा एवं स्थानीय बाजार में 33 रूपये प्रति लीटर के दर से विक्रय कर प्रतिमाह 75 हजार रूपए आमदनी प्राप्त कर समूह की महिलाएं आत्मनिर्भर व स्वावलंबी बन रही है।

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