परिधान सिलाई सेंटर में एक साथ 20 महिलाएं कर रही हैं स्कूल ड्रेस सिलाई का कार्य

रूरल इंडस्ट्रियल पार्क से महिलाओं की आमदनी बढ़ी

ग्राम अछोटा में महात्मा गांधी ग्रामीण पार्क अब मूर्त रूप ले चुका है। यहां 20 ग्रामीण महिलाएं सिलाई मशीन द्वारा कपड़ा सिलने का काम बखूबी तरीके से कर रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने महिलाओं के काम की सराहना करते हुए बधाई दी। महिलाओं ने मुख्यमंत्री को बताया कि आज उन्हें यह गर्व हो रहा है कि अब वे सामूहिक तौर पर ग्रामीण इंडस्ट्रियल पार्क में कार्य कर रहे हैं। इससे ना केवल उनकी आमदनी में वृद्धि हुई है बल्कि सामाजिकता की भावना भी विकसित हुई है।

उज्जवल महिला समूह ग्राम आछोटा की अध्यक्ष श्रीमती जयंती नागरची ने बताया कि पहले केवल छोटे-छोटे कार्यों को करते थे लेकिन अब एक साथ स्कूल ड्रेस सिलाई का काम कर रहे हैं। अब हमारी आमदनी ₹200 से 250 रुपए प्रति दिन हो जा रही है। इसी तरह अन्य महिलाएं भी रीपा में काम करते हुए उत्साहित दिखाई दे रहे हैं । पूर्व में व्यक्तिगत रूप से हस्तचलित सिलाई मशीन के द्वारा शर्ट ट्यूनिक आदि कपड़े का सिलाई कार्य किया जाता था। जो कि वेंडर द्वारा थोक में कपड़ा प्राप्त कर सिलाई कार्य पूर्ण किया जाता था । वे हस्तचलित सिलाई मशीन से 01 दिन में 15-20 नग ही सिलाई कर पाते थे, जिससे उन्हे एक दिन में 100-150 रुपए तक की आमदनी हो जाती थी।

गौठान में सिलाई कार्य में प्रगति लाने के लिए महात्मागांधी औद्योगिक पार्क योजना अंतर्गत इलेक्ट्रिक सिलाई मशीन की स्थापना रीपा गौठान के वस्त्र  / सिलाई इकाई में की गई तत्पश्चात बड़ौदा आर-सेटी से 30 दिवसीय निःशुल्क उन्नत सिलाई प्रशिक्षण प्रदान कर इन्हें प्रशिक्षित किया गया। अब वे 01 दिवस में 30-40 नग शर्ट ट्युनिक आदि कपड़े का सिलाई कर 200-250 रुपए प्रतिदिन की आमदनी कर लेते है। समूह ने अभी तक 8800 नग कपड़े की सिलाई कर 48 हजार 400 रुपए की आमदनी अर्जित की है।

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