मोतियाबिंद के ऑपरेशन में बलौदाबाजार-भाटापारा जिले ने प्रदेश स्तर पर अपना स्थान बनाया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा राज्य स्तर पर समीक्षा के दौरान बलौदाबाजार को इस उपलब्धि के लिए संचालक स्वास्थ्य सेवाओं द्वारा पुरस्कृत किया गया। जिले में एक वर्ष में 3500 मोतियाबिंद के ऑपरेशन के लक्ष्य के विरुद्ध 4308 मोतियाबिंद ऑपरेशन किए गए हैं जिस कारण पूरे प्रदेश में बलौदाबाजार-भाटापारा का स्थान तीसरा रहा है। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एम पी महिस्वर ने बताया कि, बलौदा बाजार ने मोतियाबिंद के कुल लक्ष्य के विरुद्ध प्रगति में तो तीसरा स्थान प्राप्त किया ही है साथ ही साथ जिला अस्पतालों की श्रेणी में भी यह तीसरे स्थान पर रहा। अस्पताल के सिविल सर्जन और नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर राजेश कुमार अवस्थी द्वारा एक वर्ष में 1030 मोतियाबिंद मरीजों का सफल ऑपरेशन किया गया जिस हेतु उन्हें व्यक्तिगत रूप से भी सम्मानित किया गया है। इसी प्रकार सिविल अस्पताल भाटापारा में नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सुषमा माहेश्वरी द्वारा 520 मोतियाबिंद के सफल ऑपरेशन किये गए हैं। सिविल सर्जन और राष्ट्रीय अंधत्व नियंत्रण कार्यक्रम के प्रभारी डॉ अवस्थी के अनुसार जिला प्रशासन और सीएमएचओ के मार्गदर्शन में यह उपलब्धि आज जिले को प्राप्त हुई है। सतत रूप से प्रयास करते रहने से जल्द ही हम बलौदा बाजार जिले को मोतियाबिंद मुक्त जिला बनाने की ओर अग्रसर हैं। जिला अस्पताल में फेको पद्धति से मोतियाबिंद का इलाज किया जाता है ,काला मोतिया की जांच हेतु पेरिमेट्री मशीन भी उपलब्ध है। पर्दे की जांच के लिए फंडस कैमरा मशीन भी लगाई गई है जिसका निजी संस्थाओं में 3 से 4 हज़ार खर्च आ जाता है जो कि यहाँ निःशुल्क है। जिले में मोतियाबिंद का इलाज पूरी तरह से नि:शुल्क है तथा एक छोटे से ऑपरेशन से इसका उपचार शीघ्र ही हो जाता है। अस्पताल में मरीज को तीन दिन डॉक्टर की देखरेख में रखते हैं इस बीच दवाइयां एवं भोजन की व्यवस्था भी रहती है यह भी निःशुल्क होता है।